हल्द्वानी में कर्फ्यू में राहत, इंटरनेट सेवा भी बहाल, पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
डीएम वंदना के अनुसार बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए बवाल के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बनभूलपुरा क्षेत्र (आर्मी कैंट) वर्कशाप लाईन, तिकोनिया-तीनपानी-गौलापार बाईपास की परिधि के भीतर बंद पूरी तरह लागू रहेगा।
हल्द्वानी (उत्तराखंड पोस्ट) हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुए बवाल के बाद अब बनभूलपुरा क्षेत्र को छोड़कर बाकी क्षेत्र में पूरी तरह प्रतिबंध हटा दिया गया है। शनिवार रात से ही इंटरनेट सेवा भी शुरू हो गई है। इससे लोगों ने राहत महसूस की है।
डीएम वंदना के अनुसार बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए बवाल के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बनभूलपुरा क्षेत्र (आर्मी कैंट) वर्कशाप लाईन, तिकोनिया-तीनपानी-गौलापार बाईपास की परिधि के भीतर बंद पूरी तरह लागू रहेगा।
इसके अलावा हल्द्वानी का अन्य क्षेत्र व नैनीताल-बरेली मोटर मार्ग पर वाहनों का आवागमन के साथ ही व्यापारिक प्रतिष्ठान प्रतिबंध से मुक्त कर दिए गए हैं। ऐसे में लोग प्रतिष्ठान खोल सकेंगे और आवागमन भी सुचारु हो जाएगा।
शनिवार की रात से ही अधिकांश कंपनियों ने इंटरनेट सेवा बहाल कर दी है। इससे लोगों ने राहत महसूस की। वहीं बनभूलपुरा क्षेत्र में इंटरनेट सेवा भी अग्रिम आदेशों तक बंद ही रहेगी।
प्रभावित क्षेत्र के लिए जारी किया मेडिकल हेल्पलाइन नंबर- डीएम के निर्देश पर प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है। सीएमओ डा. श्वेता भंडारी को मेडिकल एंबुलेंस की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए। प्रभावित लोग एसीएमओ डा. एनसी तिवारी (9410167445) और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अजय शर्मा (9412120155) को फोन कर सकते हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार रोडवेज की बसें पूर्व की तरह चलती रहेंगी। सभी बसें निर्धारित स्थल पर नियमित समय पर संचालित हो रही हैं। जिला प्रशासन के अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में भोजन की समस्या न हो। इसके लिए रविवार को सब्जी व खाद्यान्न सेवा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
5 अभियुक्तों की गिरफ्तारी-
उत्तराखंड के हल्द्वानी को सुलगाने की साजिश के पीछे पुलिस ने 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पांचों के खिलाफ पुलिस को भीड़ को उकसाने और हिंसा की साजिश रचने के सबूत भी मिले हैं।
8 फरवरी को बनभूलपुरा क्षेत्र में घटित घटना मामले में 01 नगर निगम एवं 02 पुलिस की तहरीर पर कुल- 3 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं। जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। CCTV एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने 5 अभियुक्तो की गिरफ्तारी की है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गई है जो गिरफ्तारी के लिए कार्य कर रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-
- महबूब आलम पुत्र अब्दुल रउफ निवासी लाईन नं-16. बनभूलपुरा।
- जिशान परवेज पुत्र स्व. जलील अहमद निवासी वार्ड नं-21, इन्द्रानगर लाईन नम्बर-14, वनभूलपुरा ।
- अरशद पुत्र अमीर अहमद निवासी लाईन नं-12, बनभूलपुरा।
- जावेद सिद्दकी पुत्र स्व. अब्दुल मोइन निवासी लाईन नं-17, बनभूलपुरा ।
- अस्लम उर्फ अस्लम चौधरी पुत्र स्व. इब्राहिम निवासी लाईन नं-03, बनभूलपुरा
29 जनवरी का वीडियो आया सामने-
इस बीच हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 29 जनवरी को एक वीडियो सामने आया है, जिसमें इस हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता कहा जा रहा अब्दुल मलिक नगर निगम आयुक्त से बहस करते हुए नजर आ रहा है।
दरअसल 29 जनवरी को नगर निगम की टीम बनभूलपुर में जमीन पर कब्जा लेने पहुंची थी, इस दौरान अब्दुल मलिक ने नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय से जमकर बहस की थी। जब नगर आयुक्त ने मलिक से जमीन के कागज दिखाने को कहा तो वह जमीन के दस्तावेज नहीं दिखा पाया और नगर आयुक्त पंजक उपाध्याय से बहस करते हुए वीडियो में नजर आ रहा है, जिसके बाद उसी दिन नगर निगम की टीम ने इस विवादित नजूल की जमीन पर कब्जा ले लिया था। नीचे देखिए वीडियो-
थाना बनभूलपुरा, हल्द्वानी क्षेत्र में अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण के दौरान हुई घटना के संबंध में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वर्तमान में स्थिति हमारे कंट्रोल में है, इसीलिए थाना बनभूलपुरा और उसके निकटवर्ती क्षेत्रों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए कर्फ्यू में नरमी बरती गई है।
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने का कार्य किया जा रहा है। अब तक 5 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। कानून व्यवस्था भंग करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अशांति फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अब्दुल मलिक का तलाश में दबिश
एसएसपी ने बताया कि अवैध निर्माण का कार्य अब्दुल मलिक के द्वारा किया गया था, जो इस केस में नामजद भी है, जिसकी तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा बनभूलपुरा थाने में जिन उपद्रवियों द्वारा आगजनी का कार्य किया गया है, उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
हिंसा की घटनाओं की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच 15 दिन के भीतर पूरी करने का निर्देश दिया गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कुमाऊं के आयुक्त दीपक रावत मजिस्ट्रेट जांच करेंगे और 15 दिन के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शनिवार को कर्फ्यू बनभूलपुरा तक सीमित करने का आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू अब समूचे बनभूलपुरा क्षेत्र तक सीमित रहेगा, जिसमें आर्मी छावनी (वर्कशॉप लाइन समेत)-तिकोनिया-तीनपानी और गौलापार बाईपास की परिधि का क्षेत्र शामिल है। इसमें कहा गया है कि नैनीताल-बरेली मोटर रोड पर वाहनों की आवाजाही और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। इन इलाकों में केवल अस्पताल और दवा की दुकानें ही खुली रहेंगी, जहां कर्फ्यू लागू है।