हल्द्वानी हिंसा | पुलिस गिरफ्त में साजिश का मास्टरमाइंड! अब तक कुल 60 लोग हिरासत में, जानिए पूरा अपडेट
हल्द्वानी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में हल्द्वानी के बनभूलपुरा में मलिक के बगीचे में अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए बवाल के मास्टरमाइंड बताए जा रहे अब्दुल मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली और उत्तराखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने मलिक को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस अब तक 60 से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले चुकी है। दो निर्वतमान पार्षद समेत पांच लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी तक पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टी नहीं की है।
अमर उजाला डॉट कॉम की खबर के अनुसार जिस भूमि पर विवाद चल रहा है। उस जमीन पर कई पेच हैं। जमीन किसी और को कृषि कार्य के लिए मिलती है। इसे किसी और को बेचा जाता है। बाद में जमीन अब्दुल मलिक के पिता को उपहार में मिल गई। इसके बाद ये जमीन मलिक के पास आ जाती है। बनभूलपुरा क्षेत्र में रहने वालों का दावा है कि कॉलोनियल सरकार ने मोहम्मद यासीन को वर्ष 1937 में यह जमीन कृषि के लिए लीज पर दी थी। अब्दुल मलिक और सफिया मलिक इस संपत्ति की देखरेख कर रहे थे। सफिया मलिक के वकील ने नगर निगम के 30 जनवरी को ध्वस्तीकरण संबंधित नोटिस के खिलाफ छह फरवरी को उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।
हल्द्वानी में बंद इंटरनेट सेवा बहाल
हल्द्वानी में हिंसा की घटना के बाद से बंद इंटरनेट सुविधा आज रविवार को बहाल कर दी गई है। उत्तराखंड पुलिस ने कहा- यदि कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने संबंधी भड़काऊ पोस्ट, फोटो, वीडियो या कमेंट सोशल मीडिया में प्रसारित करेगा उसके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बनभूलपुरा को छोड़कर शेष जगह से कर्फ्यू हटा
प्रशासन ने प्रभावित इलाकों को छोड़कर शहर के शेष हिस्से से कर्फ्यू हटा लिया है। डीएम वंदना ने बताया कि संपूर्ण बनभूलपुरा क्षेत्र आर्मी (कैंट) वर्कशॉप लाइन, तिकोनिया- तीनपानी गौलापार बाईपास का क्षेत्र छोड़कर पूरे शहर को कर्फ्यू मुक्त कर दिया गया है। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में प्रशासन की टीम दूध, राशन और दवा पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। इसके अलावा हल्द्वानी का अन्य क्षेत्र व नैनीताल-बरेली मोटर मार्ग पर वाहनों का आवागमन के साथ ही व्यापारिक प्रतिष्ठान प्रतिबंध से मुक्त कर दिए गए हैं।
शनिवार को 5 अभियुक्तों की गिरफ्तारी-
उत्तराखंड के हल्द्वानी को सुलगाने की साजिश के पीछे पुलिस ने 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पांचों के खिलाफ पुलिस को भीड़ को उकसाने और हिंसा की साजिश रचने के सबूत भी मिले हैं।
8 फरवरी को बनभूलपुरा क्षेत्र में घटित घटना मामले में 01 नगर निगम एवं 02 पुलिस की तहरीर पर कुल 3 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं। जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। CCTV एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने 5 अभियुक्तो की गिरफ्तारी की है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गई है जो गिरफ्तारी के लिए कार्य कर रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-
- महबूब आलम पुत्र अब्दुल रउफ निवासी लाईन नं-16. बनभूलपुरा।
- जिशान परवेज पुत्र स्व. जलील अहमद निवासी वार्ड नं-21, इन्द्रानगर लाईन नम्बर-14, वनभूलपुरा ।
- अरशद पुत्र अमीर अहमद निवासी लाईन नं-12, बनभूलपुरा।
- जावेद सिद्दकी पुत्र स्व. अब्दुल मोइन निवासी लाईन नं-17, बनभूलपुरा ।
- अस्लम उर्फ अस्लम चौधरी पुत्र स्व. इब्राहिम निवासी लाईन नं-03, बनभूलपुरा
29 जनवरी का वीडियो आया सामने-
इस बीच हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 29 जनवरी को एक वीडियो सामने आया है, जिसमें इस हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता कहा जा रहा अब्दुल मलिक नगर निगम आयुक्त से बहस करते हुए नजर आ रहा है।
दरअसल 29 जनवरी को नगर निगम की टीम बनभूलपुर में जमीन पर कब्जा लेने पहुंची थी, इस दौरान अब्दुल मलिक ने नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय से जमकर बहस की थी। जब नगर आयुक्त ने मलिक से जमीन के कागज दिखाने को कहा तो वह जमीन के दस्तावेज नहीं दिखा पाया और नगर आयुक्त पंजक उपाध्याय से बहस करते हुए वीडियो में नजर आ रहा है, जिसके बाद उसी दिन नगर निगम की टीम ने इस विवादित नजूल की जमीन पर कब्जा ले लिया था। नीचे देखिए वीडियो-
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
हिंसा की घटनाओं की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच 15 दिन के भीतर पूरी करने का निर्देश दिया गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कुमाऊं के आयुक्त दीपक रावत मजिस्ट्रेट जांच करेंगे और 15 दिन के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शनिवार को कर्फ्यू बनभूलपुरा तक सीमित करने का आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू अब समूचे बनभूलपुरा क्षेत्र तक सीमित रहेगा, जिसमें आर्मी छावनी (वर्कशॉप लाइन समेत)-तिकोनिया-तीनपानी और गौलापार बाईपास की परिधि का क्षेत्र शामिल है। इसमें कहा गया है कि नैनीताल-बरेली मोटर रोड पर वाहनों की आवाजाही और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। इन इलाकों में केवल अस्पताल और दवा की दुकानें ही खुली रहेंगी, जहां कर्फ्यू लागू है।