उत्तराखंड में खतरे में है जंगल का राजा

उत्तराखंड पर्यटन की वजह से देश और दुनिया में मशहूर है पर इसके अलावा जो एक और चीज़ है जिससे देवभूमि की पहचान होती है वो हैं इसके बाघ (टाइगर) जिनका आशियाना कहलाता है जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, लाखों पर्यटक रोमांच का अनुभव करने के लिए कॉर्बेट की तरफ रुख करते हैं और उसकी एक
 

उत्तराखंड पर्यटन की वजह से देश और दुनिया में मशहूर है पर इसके अलावा जो एक और चीज़ है जिससे देवभूमि की पहचान होती है वो हैं इसके बाघ (टाइगर) जिनका आशियाना कहलाता है जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, लाखों पर्यटक रोमांच का अनुभव करने के लिए कॉर्बेट की तरफ रुख करते हैं और उसकी एक झलक पाने के लिए बेताब भी रहते हैं. मगर अब जंगल के राजा पर मौत का साया दिनोंदिन मंडराता जा रहा है. ये सच है कि इंसानी शरीर में सिहरन पैदा करने वाले टाइगर अब खुद खतरे में हैं.

6 महीने में 11 बाघ मौत के मुंह में
यूं तो कॉर्बेट पार्क और उससे सटे इलाके बाघों की तादाद के हिसाब से सुखद अहसास कराते हैं. इसीलिए पर्यटक देश-विदेश से यहां घूमने आते हैं, लेकिन पिछले छह माह में यहां हर महीने औसतन दो बाघों की मौत हो रही है. अब तक 11 बाघ मौत की नींद सो चुके हैं. इससे कॉर्बेट प्रशासन भी सवालों के घेरे में आ गया है. लगातार हो रही बाघों की मौत के बाद बाघों के संरक्षण पर सवाल खड़े होने लगे हैं.