उत्तराखंड की सबसे हॉट सीट पर दिलचस्प होगा मुकाबला, दिग्गजों को जनता ने दिखाया है आईना
हल्द्वानी (उत्तराखंड पोस्ट) 2024 के लोकसभा चुनाव में खासकर उत्तराखंड में जंग रोचक होने वाली है। 2019 में उत्तराखंड की पाचों लोकसभा सीट पर विजय हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी को इस बार भी भरोसा है कि राज्य की पाचों लोकसभा सीट पर जीत मिलेगी।
मुख्यमंत्री पुकर सिंह धामी कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के 370 सीट जीतने के लक्ष्य में उत्तराखंड से 5-0 का योगदान रहेगा और इस तरह नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
बीजेपी उत्तराखंड की पाचों लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करने का दावा कर रही है तो कांग्रेस को जनता का साथ मिलने की उम्मीद है। प्रदेश के सबसे हॉट सीटों में से एक नैनीताल –ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट की अगर बात करें तो पिछले दो लोकसभा चुनाव से बीजेपी का इस सीट पर कब्जा है। यहां पर 2019 में अजय भट्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को मात देकर जीत हासिल की थी।
नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट पहाड़ और मैदान को अपने में समेटे है। पिछले दो चुनाव से भाजपा का इस सीट पर कब्जा है। वहीं तीन पूर्व सीएम इस सीट से किस्मत आजमा चुके हैं। इनमें दो कांग्रेस तो एक चेहरे को भाजपा का रह चुका है।
कांग्रेस के टिकट पर महासमर में उतरने वाले दिग्गज नेता एनडी तिवारी और हरीश रावत को हार का सामना करना पड़ा था। जबकि, भाजपा से भगत कोश्यारी जो उत्तराखंड के दूसरे सीएम रहे, वर्ष 2014 का जनादेश उनके पक्ष में रहा।
अविभाजित उत्तर प्रदेश में सीएम रहे एनडी ने वर्ष 1991 और उत्तराखंड में सीएम रहे हरीश रावत ने वर्ष 2019 में इस सीट से चुनाव लड़ा था। दोनों बार कांग्रेस को निराशा हाथ लगी और जनता ने कमल का फूल को चुना।
सबसे दिलचस्प वर्ष 1991 का लोकसभा चुनाव रहा। उस वक्त कांग्रेस के टिकट पर यूपी के पूर्व सीएम एनडी तिवारी चुनाव मैदान में थे। उनके सामने तब भाजपा ने युवा बलराज पासी को मैदान में उतारा। बलराज पासी चुनाव में एनडी तिवारी पर भारी पड़े और कद्दावर नेता को हराकर पासी ने इतिहास रच डाला।
अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड में हुए पहले विधानसभा चुनाव में जीत मिलने पर कांग्रेस ने एनडी को यहां पांच साल तक सीएम की कमान सौंपी थी। इसके बाद वर्ष 2014 में भाजपा ने उत्तराखंड के पूर्व सीएम रह चुके भगत सिंह कोश्यारी को इस लोकसभा क्षेत्र से चुनावी चेहरा बनाया। कोश्यारी ने कांग्रेस के केसी सिंह बाबा को शिकस्त दी थी। वर्ष 2014 से 2017 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने वर्ष 2019 में यहां भाग्य आजमाया, मगर भाजपा के अजय भट्ट ने तीन लाख से भी ज्यादा वोटों के अंतर से उन्हें हरा दिया।
इस सीट से एक बार फिर से बीजेपी ने मोदी सरकार में मंत्री औऱ मौजूदा सांसद पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। कांग्रेस की कोशिश ऐसे नेता को मैदान में उतारने की है जो इस सीट पर बीजेपी की हैट्रिक को लोक सके, ऐसे में देखना रोचक होगा कि कांग्रेस आखिर नैनीताल- ऊधम सिंह नगर सीट से किस पर दांव खेलती है और यहां की जनता किसे अपना सांसद चुनती है।