मुख्य सचिव ने किया बलियानाला भू-स्खलन क्षेत्र का मुआयना, दिए ये निर्देश
नैनीताल (उत्तराखंड पोस्ट) मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन उत्पल कुमार सिंह ने सचिव वित्त एवं आपदा प्रबन्धन अमित नेगी, मण्डलायुक्त राजीव रौतेला, जिलाधिकारी सविन बंसल के साथ शनिवार को बलियानाला भू-स्खलन क्षेत्र का मौका मुआयना किया।
सिंह ने कहा कि बलियानाला क्षेत्र में भू-स्खलन रोकने के लिए अस्थायी कार्य किए जा रहे हैं ताकि बलियानाले के दोनो किनारों पर स्थित पहाड़ियों को और नुकसान न हो। इसलिए उन्होंने जिलाधिकारी व सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए।
सिंह ने जायका द्वारा बलियानाला क्षेत्र के तकनीकी सर्वे के आधार पर तैयार की गई तीनों कार्य योजनाओं की स्थलीय जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सभी सुरक्षात्मक बिन्दुओं पर विस्तृत तकनीकी जानकारियां प्रोजेक्ट रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध कराये।
सिंह ने स्थानीय जनता से वार्ता करते हुए कहा कि बलियानाला भू-स्खलन क्षेत्र के स्थायी उपचार हेतु शासन गंभीरता से कार्य कर रहा है। सिंह ने बताया कि भू-स्खलन क्षेत्रों का स्थायी उपचार करने में एक्सपर्ट जापानी कम्पनी जायका को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सिंह ने कहा कि स्थायी ट्रीटमेंट के लिए तकनीकी दृष्टि से जो भी उत्कृष्ट विकल्प होगा, उस विकल्प को शासन द्वारा स्वीकृत किया जाएगा ताकि स्थायी कार्य प्रारंभ किया जा सके।
जिलाधिकारी बंसल ने बताया कि बलियानाला भू-स्खलन क्षेत्र शहर की सबसे बड़ी समस्या है। इसके अस्थायी कार्य प्रारंभ किए गए हैं, कार्यों की गुणवत्ता व प्रगति की समय-समय पर निरीक्षण करते हुए निगरानी रखी जा रही है ताकि अस्थायी तौर पर भू-स्खलन को रोका व कम किया जा सके।
बंसल ने बताया कि बलियानाले के स्थायी उपचार के लिए कम्पनी के अधिकारियों पर निर्भरता कम करते हुए प्रभावित क्षेत्र का इसरो की टीम द्वारा ड्रोन मैपिंग, कोन्टूर मैपिंग, जीएसआई द्वारा भी सर्वे कराया गया है ताकि बलियाना क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति प्रशासन को पता रहे। श्री बंसल ने बताया कि बलियानाला क्षेत्र के प्रभावित परिवारों को जेएनएनयूआरएम के अन्तर्गत दुर्गापुर में निर्मित आवासों में विस्थापित किया गया है। दुर्गापुर में विस्थापित परिवारों को सुचारू विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य आदि सुविधाए मुहैंया कराई जा रही हैं।
बंसल ने कहा कि प्रशासन स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से मन्दिर के पास 6 फीट ऊॅची आरसीसी की सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि दुर्गापुर जाने हेतु तैयार किए गए रास्ते पर सोलर लाईटे लगाने की व्यवस्था जिला योजना से कर दी गयी है।
निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष नगर पालिका सचिन नेगी, आयुक्त कुमाऊॅ मण्डल राजीव रौतेला, सचिव वित्त एवं आपदा प्रबन्धन अमित नेगी, एसएसपी सुनील कुमार मीणा, प्रभागीय वनाधिकारी दिनकर तिवारी, अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया, एसएस जंगपांगी, उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, अधीक्षण अभियंता सिंचाई एनएस पतियाल, लोनिवि आरएस रावत, जायका प्रतिनिधि दीपक भट्ट, अमन रायजादा, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एसके उपाध्याय आदि मौजूद थे।
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