उत्तराखंड | वनों की आग के बीच शासन ने जारी किया अहम आदेश, यहां जानिए
आग का विकराल रुप देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी एक्शन में हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री ने नैनीताल जिले में वनों में फैली आग का हवाई जायजा लिया और हल्द्वानी में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में भीषण गर्मी के बीच वनों की आग ने सरकार की भी नींद उड़ा दी है। वनों की आग में जहां करोड़ों की बहुमूल्य वन संपदा जलकर खाक हो रही है, वहीं वन्य जीवों की भी जान पर बन आई है। इस बीच आग का रिहायशी इलाकों में फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है।
आग का विकराल रुप देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी एक्शन में हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री ने नैनीताल जिले में वनों में फैली आग का हवाई जायजा लिया और हल्द्वानी में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान धामी ने निर्देश दिए कि आक्समिक परिस्थितियों को छोड़कर सभी वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी जाएं। धामी ने वनों में जानबूझकर आग लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं।
छुट्टियों पर रोक का आदेश जारी
जंगलों में लगी आग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए शासन ने वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। प्रमुख सचिव वन रमेश कुमार सुधांशु की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
आदेश में कहा गया, वर्तमान वनाग्नि सत्र के दौरान यह रोक रहेगी। विशेष परिस्थितियों को छोड़कर छुट्टी मंजूर नहीं की जाएगी। शासन की ओर से यह भी आदेश जारी किया गया कि जंगलों की आग की रोकथाम में लापरवाही पाने पर संबंधित वनाधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
अति संवेदनशील, संवेदनशील वन प्रभागों के क्रू-स्टेशनों पर क्रू-टीमों को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। किसी भी क्रू-स्टेशनों पर मैन पावर और आवश्यक उपकरण की कमी न रहे। जंगल की आग की रोकथाम के लिए स्थानीय जन समुदाय का सहयोग लिया जाए। स्कूल, कालेजों में बैठकें कर छात्र-छात्राओं को वनाग्नि की रोकथाम के प्रति जागरूक किया जाए। वनाग्नि रोकथाम को लेकर पूर्व में जारी दिशा निर्देशों का भी कड़ाई से पालन किया जाए।