गौरीगंगा नदी पर बनेगी 168 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजना

पिथौरागढ़ में गौरीगंगा नदी पर 168 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजना बनेगी। परियोजना का नाम सरकारी भ्योल रूपसिया बगड़ होगा। सचिव ऊर्जा डॉ. उमाकांत पंवार की अध्यक्षता में हुई उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की बोर्ड बैठक में यह निर्णय हुआ। अब परियोजना की डीपीआर तैयार कर केंद्रीय जल आयोग को भेजा जाएगा। बैठक
 

पिथौरागढ़ में गौरीगंगा नदी पर 168 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजना बनेगी। परियोजना का नाम सरकारी भ्योल रूपसिया बगड़ होगा। सचिव ऊर्जा डॉ. उमाकांत पंवार की अध्यक्षता में हुई उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की बोर्ड बैठक में यह निर्णय हुआ। अब परियोजना की डीपीआर तैयार कर केंद्रीय जल आयोग को भेजा जाएगा।

बैठक में परियोजना के लिए तमाम विभागों से ली जाने वाली स्वीकृतियों के संबंध में भी चर्चा हुई। यूजेवीएनएल के मुख्यालय में हुई बैठक में निर्णय हुआ कि व्यासी परियोजना के प्रभावितों का चयन करने के लिए अलग प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हालांकि, ये प्रक्रिया क्या होगी, इस पर फैसला नहीं हुआ। इसके अलावा यूजेवीएनएल वार्षिक आम सभा के बाद सरकार को 10 करोड़ रुपये अंशलाभ के रूप में देगा।

यूजेवीएनएल को कुल 15 करोड़ रुपये देने हैं, जिसमें से पांच करोड़ रुपये दे चुका है। दरअसल, यूजेवीएनएल को वित्तीय वर्ष 2015-16 में 182 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।
यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक एसएन वर्मा ने बताया कि बैठक में बिजली उत्पादन, परियोजनाओं की स्थितियों पर भी चर्चा हुई। बैठक में यूजेवीएनएल निदेशक परिचालन बीसीके मिश्रा, निदेशक परियोजना संदीप सिंघल, निदेशक मानव संसाधन डॉ. अविनाश चंद्र जोशी, निदेशक वित्त एलएम वर्मा, कंपनी सचिव अरुण सब्बरवाल आदि मौजूद रहे।