वीरगति को प्राप्त हुए उत्तराखंड के 5 जांबाज, किसी की 5 महीने पहले हुई शादी तो किसी की 5 और 3 साल की बेटी
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) जम्मू कश्मीर के कठुआ में सोमवार को हुए आंतकी हमले में जनपद पौड़ी गढ़वाल रिखणीखाल ब्लॉक के दो लाल शहीद हो गए। खबर मिलने के बाद से ही परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
22 गढ़वाल राइफल के हवलदार कमल सिंह पुत्र स्वर्गीय केशर सिंह गांव करतिया/पापरी तहसील लैंसडाउन और राइफल मैन अनुज नेगी पुत्र भारत सिंह नेगी डोबरिया गांव विकास खंड रिखणीखाल तहसील रिखणीखाल ने भारत मां के लिए अपने प्राण समर्पित कर दिये हैं।
कमल सिंह रावत की दो छोटी बेटियां
लैंसडाउन तहसील के अन्तर्गत करतिया गांव निवासी हवलदार कमल सिंह रावत की दो बेटियां हैं। उनकी बेटियां 5 वर्ष और 3 वर्ष की हैं। शहीद की पत्नी और बेटियां सदमे में हैं।
वहीं राइफल मैन अनुज नेगी की शादी नवंबर माह में हुई थी। शहीद राइफल मैन अनुज नेगी की शहादत की सूचना मिलते ही परिजन रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है।
उत्तराखंड के 5 जवान हुए शहीद
कठुआ आतंकी हमले में उत्तराखंड के 5 जवान शहीद हुए। इनमें से 2 पौड़ी, 2 टिहरी और एक जवान रुद्रप्रयाग का है। जवानों की शहादत से उत्तराखंड में शोक का माहौल है।
टिहरी जिले के जांबाज आदर्श नेगी शहीद हुए हैं कीर्तिनगर में थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी राइफलमैन के पद पर तैनात थे। 26 वर्षीय आदर्श टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की बारहवीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार से हुई। 2019 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई के दौरान फौज में भर्ती हो गये थे।
टिहरी जिले के ही नायक विनोद सिंह भी इस आतंकी हमले में शहीद हो गए। शहादत की खबर मिलने के बाद से ही परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।
रुद्रप्रयाग जिले के कांडाखाल निवासी आनंद सिंह रावत भी शहीद हुए हैं। आनंद सिंह रावत की उम्र 41 साल थी, वो सेना में नायब सुबेदार के पद पर थे। उनकी शहादत की खबर आने के बाद से परिवार में मातम का माहौल है। शहीद का परिवार देहरादून में रहता है। उनकी मां और भाई गांव में रहते हैं।
सीएम धामी ने कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए पांच जवानों की शहादत पर शोक जताया है। धामी ने कहा- कठुआ (J&K) में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमले में पांच जवानों के शहीद होने का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं और पूर्ण विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मानवता के ये दुश्मन बख्शे नहीं जाएंगे। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति व शोकाकुल परिजनों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
धामी ने कहा- कठुआ, जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
माँ भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध आपका यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी क़ीमत पर बख्शे नहीं जाएँगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे। सैन्यभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है। यहां के जवानों ने सदैव माँ भारती की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपने राष्ट्रधर्म का निर्वहन किया है।
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पांच जवानों की शहादत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- मैं बदनोटा, कठुआ (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकवादी हमले में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की मौत से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, राष्ट्र इस कठिन समय में उनके साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है, और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। मैं इस नृशंस आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।
आपको बता दें कि कठुआ में आतंकी हमले की घटना सोमवार दोपहर बाद हुई थी, जब बिलावर उप जिले में बदनोता के नाले के पास सेना के 22 गढ़वाल राइफल्स के वाहन पर आतंकियों ने हमला कर दिया। सेना का यह वाहन इलाके में गश्त पर था, वाहन में दस जवान सवार थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका. इसके बाद सेना के वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी, इस आतंकी हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए. 5 जवान घायल हैं।