टिहरी के पास खाई में गिरी श्रद्धालुओं से भरी गाड़ी, 4 की मौत, 2 घायल

गंगोत्री से केदारनाथ के सफर पर निकला एक टैंपू ट्रैवलर सड़क हादसे का शिकार हो गया। उत्तरकाशी से केदारनाथ जाने वाले रास्ते में टिहरी जिले के चंगोरा के पास मोड़ पर चालक टैंपू ट्रैवलर पर अपना नियंत्रण खो बैठा और तकरीबन तीन सौ मीटर गहराई में दो सड़को के बीच गिर कर हादसे का शिकार
 

गंगोत्री से केदारनाथ के सफर पर निकला एक टैंपू ट्रैवलर सड़क हादसे का शिकार हो गया। उत्तरकाशी से केदारनाथ जाने वाले रास्ते में टिहरी जिले के चंगोरा के पास मोड़ पर चालक टैंपू ट्रैवलर पर अपना नियंत्रण खो बैठा और तकरीबन तीन सौ मीटर गहराई में दो सड़को के बीच गिर कर हादसे का शिकार हो गया। हादसे में शामिल तीर्थ यात्री महाराष्ट्र के हैं। जो  गंगोत्री धाम के दर्शन के बाद  केदार धाम की यात्रा पर था।

टैंपो ट्रैवलर में चालक समेत 10 तीर्थयात्री सवार थे। जिनमें से 4 की मौत हो गई। जबकि दो की हालत बेहद नाजुक है। जिनमे एक महिला भी शामिल है। हादसे का शिकार हुआ टैंपो ट्रैवलर का नंबर HR29B2718 है।

हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय महिलाए मौके पर एकत्र हुई और विकट स्थिति वाली जगह से यात्रियों को सड़क तक लाने में मदद की। हालांकि मौके पर 108 भी पहुंची लेकिन एक स्ट्रैचर की वजह से राहत बचाव में काफी देर हुई। सभी घायलों को बेलेश्वर स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार देने के बाद बड़े अस्पताल के लिए रैफर किया गया।

सड़क हादसे की खबर पर घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह ने भी घटना स्थल का दौरा किया। जब उनसे सड़को की जर्जर हालत के बारे में पूछा गया तो वे बगले झांकते नजर आए और टरकाने वाला जवाब दिया। माना जा रहा है कि इलाके की सड़को की जर्जर हालत भी हादसे के लिए कहीं न कहीं जिम्मेदार है।

बहरहाल बड़ा सवाल ये है कि अगर वाकई में सड़कों की हालत और तकनीक हादसे के लिए एक फीसदी भी जिम्मेदार है तो सरकार उन पर समय रहते गौर क्यों नहीं फरमाती। ताकि उड़न खंटोलो में उड़ने वाले वीआईपी  लोगों के अलावा सड़क से चलने वाले तीर्थयात्रियों को भी चार धाम यात्रा सुरक्षित महसूस हो।