टिहरी झील का अधिकतम जलस्तर 825 मीटर ही रहेगा

केंद्रीय ऊर्जा मंत्रलय ने टिहरी जलाशय का अधिकतम जलस्तर 825 मीटर तक करने का निर्णय लिया है। इस जलाशय की क्षमता 832 मीटर है। इसे अभी तक 830 मीटर तक भरा जाता है। जलाशय की क्षमता बढ़ाने से आसपास के गांवों के डूब क्षेत्र में आने की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया गया
 

केंद्रीय ऊर्जा मंत्रलय ने टिहरी जलाशय का अधिकतम जलस्तर 825 मीटर तक करने का निर्णय लिया है। इस जलाशय की क्षमता 832 मीटर है। इसे अभी तक 830 मीटर तक भरा जाता है।

जलाशय की क्षमता बढ़ाने से आसपास के गांवों के डूब क्षेत्र में आने की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

रविवार को केंद्रीय राज्य ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल ने देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बैठक की जानकारी मीडिया से साझा करते हुए केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ऊर्जा मंत्री बनने के बाद पहली बार केंद्र और राज्य सरकार के बीच विभागीय समस्याओं पर चर्चा हुई। अन्य राज्यों के मुकाबले यहां बिजली की व्यवस्था अच्छी है व कीमतें नियंत्रण में हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में टिहरी जलाशय का जलस्तर 825 मीटर पर रोकने का निर्णय लिया गया है।