कार्रवाई | फर्जी पाए गए इन दो शिक्षकों के प्रमाण पत्र, दर्ज होगा मुकदमा

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) शिक्षकों के फर्जी दस्तावेजों की जांच कर रही एसआइटी ने दो शिक्षकों के जाति और मूल निवास प्रमाणपत्र फर्जी पाए हैं। दोनों के खिलाफ एसआइटी ने मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति डीजी विद्यालयी शिक्षा को भेजी गई है। इस मामले में तत्कालीन नियुक्ति अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति दी गई
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) शिक्षकों के फर्जी दस्तावेजों की जांच कर रही एसआइटी ने दो शिक्षकों के जाति और मूल निवास प्रमाणपत्र फर्जी पाए हैं। दोनों के खिलाफ एसआइटी ने मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति डीजी विद्यालयी शिक्षा को भेजी गई है। इस मामले में तत्कालीन नियुक्ति अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति दी गई है।

एसआइटी ने जांच की तो पता चला कि 17 फरवरी 1996 को शिक्षक माखन मंडल ने अनुसूचित जाति के प्रमाणपत्र पर नौकरी प्राप्त की है। आरोप है कि माखन मंडल को जो नमोशुद्र जाति का प्रमाणपत्र यूपी सरकार ने जारी किया था, उसका उपयोग सिर्फ छात्रवृत्ति में होना था। यह प्रमाणपत्र पाकिस्तान से आए विस्थापितों को जारी हुए थे।

इसके अलावा, एसआइटी ने हरिद्वार के प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर ऊद में तैनात शिक्षक राहुल कुमार यादव का फर्जी मूल निवास प्रमाणपत्र जांच में पकड़ा है। राहुल ने जो प्रमाणपत्र दाखिल किया है, उसका असली प्रमाणपत्र नंबर प्रमेंद्र कुमार के नाम दर्ज है।

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