पढ़ें- क्यों लगा ‘शौक नहीं मजबूरी है, अब हड़ताल जरूरी है’ का नारा ?

नियमतिकरण की मांग कर रहे प्रदेश के बीस हजार उपनल कर्मचारियों ने हरीश रावत सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए एक बार फिर से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। उपनल कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री हरीश रावत पर अपने वादों से पलटने का आरोप लगाते हुए कहा कि है कि सरकार उनके हितों
 

नियमतिकरण की मांग कर रहे प्रदेश के बीस हजार उपनल कर्मचारियों ने हरीश रावत सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए एक बार फिर से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। उपनल कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री हरीश रावत पर अपने वादों से पलटने का आरोप लगाते हुए कहा कि है कि सरकार उनके हितों के लिए चिंतित नहीं है। उपनल कर्मचारी महासंघ ने विधानसभा चुनाव से पहले सरकार पर आखिरी दबाव बनाने के लिए रणनीति तैयार करनी शुरु कर दी है। शौक नहीं मजबूरी है, अब हड़ताल जरूरी है के नारे के साथ उपनल कर्मचारियों ने उनकी मांगें पूरी ना होने पर 25 अगस्त को उग्र आंदोलन की तैयारी शुरु कर दी है। …इनकी नहीं सुनी तो कांग्रेस के खिलाफ पड़ेंगे ये 4 लाख वोट