उत्तराखंड | ऑनलाइन होगी इस विश्वविद्यालय की परीक्षाएं, ऐसा होगा पैटर्न, यहां जाने सबकुछ

देश में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना के चलते शिक्षा पर काफी प्रभाव पड़ा है। बोर्ड परीक्षाएं अभी तक नही हुई है और कॉलेज में भी परीक्षा स्थगित कर दी गयी है।
 

हल्द्वानी (उत्तराखंड पोस्ट) देश में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना के चलते शिक्षा पर काफी प्रभाव पड़ा है। बोर्ड परीक्षाएं अभी तक नही हुई है और कॉलेज में भी परीक्षा स्थगित कर दी गयी है।

इस बीच उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के स्टेडेंट्स के लिए बड़ी खबर मिली है। विश्वविद्यालय के स्टेडेंट्स अब सेमेस्टर या आसइनमेंट परीक्षा देने के लिए किसी परीक्षा केंद्र पर नहीं जाएंगे बल्कि घर बैठे ही ऑनलाइन परीक्षा देंगे। कोरोना काल में छात्र दूरदराज परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने कैसे जाएंगे, इस समस्या को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय ने अब असाइनमेंट और सेमेस्टर की ऑनलाइन परीक्षा कराने की तैयारी की है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए खुद अपना सिस्टम तैयार किया है।

अब विश्वविद्यालय के स्टेडेंट्स घर पर ही अपने एनड्रायड मोबाइल फोन से परीक्षा दे सकेंगे। प्रश्नपत्र वैकल्पिक प्रश्नों के आधार पर होंगे। सेमेस्टर ऑनलाइन परीक्षा डेढ़ घंटे की होगी जबकि असाइनमेंट परीक्षा एक घंटे की होगी। इसमें स्नातक स्तर के बीबीए, बीसीए, बीएचएम समेत विभिन्न पाठ्यक्रमों के अलावा स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के करीब 21 हजार 200 छात्र- छात्राएं ऑनलाइन परीक्षा में शामिल होंगे।

बता दें कि छात्रों को मोबाइल फोन पर विश्वविद्यालय की साइट में जाकर ऑनलाइन असाइनमेंट एग्जाम का लिंक मिलेगा। वहां क्लिक करने पर अपनी नामांकन संख्या और जन्मतिथि दर्ज करनी होगी। यह प्रक्रिया पूरी करते ही छात्र को प्रश्नपत्र दिख जाएंगे। जिस पेपर को छात्र देना चाहता है उसे क्लिक करना होगा। उसे 20 प्रश्नों का एक सेट दिख जाएगा। प्रश्नपत्र 20 अंक का होगा। इसे हल करने का समय एक घंटा होगा। एक घंटे पूरा होते ही यह आटोमैटिक बंद हो जाएगा।

छात्र को यह पता चल जाएगा कि उसे असाइनमेंट परीक्षा में 20 में कितने नंबर आए हैं। अगर छात्र नंबरों से संतुष्ट नहीं है तो एक सप्ताह के अंदर दोबारा ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षा दे सकेगा। जिस ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षा में छात्र के अधिक नंबर आएंगे, परीक्षाफल में उन्हीं को जोड़ा जाएगा। ऑनलाइन असाइनमेंट परीक्षाएं पांच सप्ताह तक चलेंगी।