उत्तरकाशी में ऑगर मशीन के सामने फिर आए लोहे के पाइप, रोकी गई ड्रिलिंग, पूरा अपडेट यहां​​​​​​​​​​​

माना जा रहा है कि अब श्रमिकों को शनिवार को ही बाहर निकालने में सफलता मिलेगी, हालाकि रेस्क्यू टीम की कोशिश है कि जल्द से जल्द मशीन के सामने आई बाधा को दूर किया जाए और ड्रिलिंग का कार्य तेजी से फिर शुरु किया जाए।

 
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उत्तरकाशी (उत्तराखंड पोस्ट) सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन के सामने फिर बाधा आ गई। आज शाम साढ़े चार बजे मशीन से फिर ड्रिलिंग शुरू की गई थी, लेकिन फिर ऑगर के आगे सरिया व लोहे के पाइप आ गए हैं, जिसके बाद आज रात मजदूरों का सुरंग से बाहर निकलना अब मुश्किल लगने लगा है।

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माना जा रहा है कि अब श्रमिकों को शनिवार को ही बाहर निकालने में सफलता मिलेगी, हालाकि रेस्क्यू टीम की कोशिश है कि जल्द से जल्द मशीन के सामने आई बाधा को दूर किया जाए और ड्रिलिंग का कार्य तेजी से फिर शुरु किया जाए।

एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल ने कहा कि मशीन के आगे बार-बार लोहे की चीजें आने से ड्रिलिंग का कार्य प्रभावित हो रहा है। बताया कि अभी 47 मीटर तक ड्रिलिंग हुई है। करीब दस मीटर तक और ड्रिलिंग होना शेष है।

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सिलक्यारा, उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि तीव्र गति, एवं पूरी सावधानी के साथ अंतिम चरण के रेस्क्यू ऑपरेशन को संचालित किया जाए।

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उन्होंने कहा यह अत्यंत चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा रेस्क्यू अभियान है। टनल में फंसे 41 लोगों की बहुमूल्य जिंदगी को बचाने की जिम्मेदारी हम सब पर है। अभियान में जुटे लोगों को पूरी दक्षता, क्षमता, तत्परता और सावधानी के साथ मिशन को कामयाब बनाने में दिन रात जुटे रहना होगा। इस काम के लिए संसाधनों की कोई भी कमी नहीं होने दी जाएगी।