वीडियो | इस BSF जवान ने बयां किया अपना दर्द, सुनेंगे तो रो पड़ेंगे आप
देश के लिए मर मिटने वाले वीर जवानों की शहादत पर पूरा देश आंसू बहाता है लेकिन जिन जवानों की बदौलत हम चैन की नींद सो रहे होते हैं, वे जवान किस परिस्थिति में वहां पर रहते हैं इसका अंदाजा तक शायद आपको नहीं होगा। हमारे ये वीर जवान हाड़ कंपा देने वाली ठंड में कैसे रहते हैं, क्या खाते – पीते हैं, ये जानकर आपकी रातों की नींद उड़ जाएगी।
जवानों का ये दर्द सामने आया है सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियों से। इस वीडियो के सेना के ही एक जवान ने बनाया है। वीडियो में इस जवान ने अपना नाम और अपनी बटालियन का नाम बताते हुए अपने अधिकारियों पर बड़े घोटाले का आरोप लगाया है।
बीएसएफ के अधिकारियों पर खाने में घोटाले का आरोप लगाते हुए तेज बहादुर यादव ने सबूत जुटाने के लिए स्टिंग ऑपरेशन भी किया है। जिसके बाद अब इस जवान ने अपने ही अधिकारियों से अपनी जान को खतरा बताया है। उनका आरोप है कि सरकार की तरफ से भेजे जाने वाले राशन उनके वरिष्ठ अधिकारी बाजारों में बेच देते हैं और जवानों को कुछ नहीं मिलता। उनका कहना है कि वे कठिन हालात में काम करते हैं, लेकिन उनकी यह व्यथा कोई नहीं दिखाता।
वीडियो में तेज बहादूर कहते हैं कि देशवासियों मैं आपसे एक अनुरोध करना चाहता हूं, हम लोग सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक, लगातार 11 घंटे इस बर्फ में खड़े होकर ड्यूटी करते हैं। कितना भी बर्फ हो, बारिश हो, तूफान हो, इन्हीं हालातों में हम ड्यूटी कर रहे हैं। यादव वीडियो में आगे कहते हैं कि हम किसी सरकार के खिलाफ आरोप नहीं लगाना चाहते क्योंकि सरकार हर चीज, हर सामान हमको देती है। मगर उच्च अधिकारी सब बेचकर खा जाते हैं, हमारे को कुछ नहीं मिलता. कई बार तो जवानों को भूखे पेट सोना पड़ता है। तेज बहादुर के इस विडियो को अब तक फेसबुक पर 47 लाख लोगों ने देखा है।
वहीं बीएसएफ जवान के इस वीडियो से मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद बीएसएफ की तरफ से कहा गया कि बीएसएफ अपने जवानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्पर रहता है। अगर किसी एक शख्स को कोई परेशानी हुई है तो इसकी जांच होगी। इस मामले की जांच के लिए एक उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच चुका है।
इस बीच वीडियो अपलोड करने वाले कांस्टेबल तेज बहादुर के बारे में बीएसएफ की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। इसमें संगठन की ओर से बताया गया है कि शुरूआती दिनों में तेज बहादुर को नियमित काउंसलिंग की जरूरत पड़ी थी। वह अपने सीनियर ऑफिसर के साथ ही भी बल प्रयोग करता था. वह बिना बताए ड्यूटी पर अनुपस्थित भी रहता था। इसके साथ ही उसे शराब पीने की भी बुरी लत थी, उसका व्यवहार भी उचित नहीं था।
उसे ज्यादातर मुख्यालय पर ही ड्यूटी में रखा जाता था. लेकिन, 10 दिनों पहले ही उसे उक्त स्थान पर भेजा गया था. वहां कई अन्य जवान और अधिकारी भी तैनात थे लेकिन उनमें से किसी को भी दिक्कत नहीं हुई थी। उसे वहां भेजा गया था ताकि उसकी काउंसलिंग को लेकर उसके लाभ का आंकलन किया जा सके। बीएसएफ ने अपनी सरकारी विज्ञप्ति में कहा है कि डीआईजी स्तर के अधिकारी को मामले की जांच के लिए तैनाती की जगह पर भेज दिया गया है, जल्द ही मामले की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।
वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिहं ने भी इस वीडियो का संज्ञान लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने बीएसएफ जवान से संबंधित विडियो देखा। मैंने गृह सचिव से कहा है कि वह बीएसएफ से रिपोर्ट लें और उचित कार्रवाई की जाए।’