अब BJP नेताओं ने न्याय देवता के दरबार में दी हरीश रावत के खिलाफ अर्जी

उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन का मामला भले ही हाईकोर्ट में हो लेकिन अब ये मामला अल्मोड़ा के पास स्थित विख्यात न्याय देवता गोलज्यू के दरबार में पहुंच गया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने चितई स्थित न्यया देवता के रूप में पूजे जाने वाले गोल्जयू के दरबार में अर्जी देकर उत्तराखंड को पूर्व मुख्यमंत्री
 

उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन का मामला भले ही हाईकोर्ट में हो लेकिन अब ये मामला अल्मोड़ा के पास स्थित विख्यात न्याय देवता गोलज्यू के दरबार में पहुंच गया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने चितई स्थित न्यया देवता के रूप में पूजे जाने वाले गोल्जयू के दरबार में अर्जी देकर उत्तराखंड को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। भजयुमो का आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि रावत के राज में प्रदेश में जमकर लूट-खसोट हुई। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिस तरह से सत्ता के लिए हरीश रावत ने करोडों रूपए में विधायकों को खरीदने की कोशिश की उससे साबित होता है कि वे किस तरह सरकार चला रहे थे। गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस के नेताओं ने भी गोल्जयू के दरबार में बीजेपी के खिलाफ अर्जी दी थी। (पढ़ें-BJP की तानाशाही का जवाब चुनाव में देगी जनता: इंदिरा)

मान्यता है कि अल्मोड़ा के चितई स्थित गोल्जयू देवता सभी के साथ न्याय करते हैं और उनके दरबार से कोई खाली हाथ नहीं जाता, इसलिए ही अब प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के नेता एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए न्याय के लिए गोल्जयू देवता के दर पर अपनी अर्जी दे रहे हैं।