उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन के खिलाफ कोर्ट जाएंगे: हरीश रावत

हरीश रावत उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन को कोर्ट में चुनौती देंगे। राष्ट्रपति शासन के बाद हरीश रावत ने कहा कि हमारे पास जो भी न्यायिक विकल्प उपलब्ध हैं, हम उसका इस्तेमाल करेंगे और इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। साथ ही रावत ने भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि
 

हरीश रावत उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन को कोर्ट में चुनौती देंगे। राष्ट्रपति शासन के बाद हरीश रावत ने कहा कि हमारे पास जो भी न्यायिक विकल्प उपलब्ध हैं, हम उसका इस्तेमाल करेंगे और इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। साथ ही रावत ने भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने पैसे के बल पर उत्तराखंड में लोकतंत्र की हत्या की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन संसदीय परंपराओं का कत्ल है, यह अम्बेडकर जी के उसूलों का कत्ल है। (पढ़ें-ये लोकतंत्र की हत्या है, BJP ने 25-25 करोड़ में विधायकों को खरीदा : रावत) (पढ़ें-बड़ी ख़बर | 9 बागी कांग्रेस विधायकों की सदस्यता समाप्त)

हरीश रावत ने भाजपा और पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वे यदि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में हिम्मत है तो उत्तराखंड विधानसभा को भंग करके चुनाव में हमसे मुकाबला करें। रावत ने कहा कि उत्तराखंड की जनता चुनाव में भाजपा को जवाब देगी। गौरतलब है कि 28 मार्च को हरीश रावत को उत्तराखंड विधानसभा में बहुमत साबित करना था। (पढ़ें-हरीश ऱावत के विश्वासमत से पहले उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू) (पढ़ें-राष्ट्रपति शासन सही फैसला, हरीश रावत के भ्रष्टाचार की हो जांच: बहुगुणा)  (पढ़ें-उत्तराखंड को गिरोह की सरकार से बचाने के लिए लगा राष्ट्रपति शासन: BJP)