…जब आपदा पीड़ितों का दर्द सुनकर रो पड़े मुख्यमंत्री रावत

मंगलवार को पिथौरागढ़ के बस्ताड़ी में आपदा पीड़ितों के बीच उनका दर्द बांटने पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत आपदा में अपना सब कुछ गंवा बैठे लोगों का दर्द सुन कर रो पड़े। अपदा में अपना सब कुछ गंवा चुके प्रभावितों ने जब भयावह आपदा की कहानी मुख्यमंत्री को बताई तो हरीश रावत की भी आंखे भर
 

मंगलवार को पिथौरागढ़ के बस्ताड़ी में आपदा पीड़ितों के बीच उनका दर्द बांटने पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत आपदा में अपना सब कुछ गंवा बैठे लोगों का दर्द सुन कर रो पड़े। अपदा में अपना सब कुछ गंवा चुके प्रभावितों ने जब भयावह आपदा की कहानी मुख्यमंत्री को बताई तो हरीश रावत की भी आंखे भर आई। आपदा पीड़ितों के बीच बेहद भावुक नजर आ रहे मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार जल्द से जल्द उनके पुनर्वास की व्यवस्था करेगी। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही मौजूद जिलाधिकारी को सात दिन के अंदर भावितों को नुकसान के मुताबिक मुआवजा देने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने आपदा में मारे गए कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने का भी आदेश दिया। (पढ़ें-आपदा प्रभावितों के लिए बनेंगे अस्थाई पक्के मकान: रावत)

रावत ने कहा कि दैवीय आपदा में जान गंवा चुके लोगों की भरपाई तो वह नहीं कर सकते, लेकिन किन सरकार उनके पुनर्वास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। कैंप में पीड़ितों से मिलने के बाद सीएम कार से आपदा प्रभावित गांव बस्तड़ी पहुंचे। वहां पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री को करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा रास्ता भी पैदल तय करना पड़ा।