राष्ट्रपति शासन सही फैसला, हरीश रावत के भ्रष्टाचार की हो जांच: बहुगुणा

उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व बागी कांग्रेस विधायक विजय बहुगुणा ने इस फैसले का स्वागत किया है। बहुगुणा ने कहा कि हरीश रावत अल्पमत में सरकार चला रहे थे और अल्पमत में होने के बाद भी इस्तीफा नहीं दे रहे थे। बहुगुणा ने हरीश रावत पर निशाना
 

उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व बागी कांग्रेस विधायक विजय बहुगुणा ने इस फैसले का स्वागत किया है। बहुगुणा ने कहा कि हरीश रावत अल्पमत में सरकार चला रहे थे और अल्पमत में होने के बाद भी इस्तीफा नहीं दे रहे थे। बहुगुणा ने हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि रावत सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया था। (पढ़ें-हरीश ऱावत के विश्वासमत से पहले उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू)  उत्तराखंड में खनन माफिया राज कर रहे थे। बहुगुणा ने रावत सरकार मे हुए भ्रष्टाचार की जांच की भी मांग की है। बहुगुणा ने कहा कि राष्ट्रपति शासन का फैसला एकदम सही है और इसमें कहीं कोई काम असंवैधानिक तरीके से नहीं हुआ है। साथ ही बहुगुणा ने ये भी कहा कि लंबे समय तक उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन नहीं लगा रहना चाहिए। (पढ़ें-उत्तराखंड को गिरोह की सरकार से बचाने के लिए लगा राष्ट्रपति शासन: BJP) (पढ़ें-केन्द्र सरकार राष्ट्रपति शासन की धमकी दे रही है: CM रावत)

बीजेपी के साथ मिलकर उत्तराखंड में सरकार बनाने के सवाल पर बहुगुणा ने कहा कि अगर सरकार बनने की स्थिति आएगी तो वे उस पर विचार करेंगे गौरतलब है कि 18 मार्च को उत्तराखंड विधानसभा में फाइनेंस बिल पर वोटिंग को लेकर विजय बहुगुणा और हरक सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेस के नौ विधायकों ने विपक्षी पार्टी भाजपा के सुर में सुर मिलाते हुए सरकार से बगावत कर दी थी। जिसके बाद से ही ये लोग हरीश रावत सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे।  (पढ़ें-BJP ने की उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग) (पढ़ें-बड़ी खबर|बागी विधायकों ने किया हरीश रावत का स्टिंग)  (पढ़ें-CM रावत ने स्टिंग को बताया फर्जी, बागियों पर साधा निशाना)