सहिष्णुता के ऊपर निरंकुशता को थोप रही है मोदी सरकार : हरीश रावत

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर बीजेपी और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। रावत ने कहा कि हमारी जो लड़ाई है वो देश के अंदर निरंकुश्ता के खिलाफ लोकतंत्र को बचाने की मुहिम का एक हिस्सा है। (पढ़ें-केंद्र ने
 

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर बीजेपी और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। रावत ने कहा कि हमारी जो लड़ाई है वो देश के अंदर निरंकुश्ता के खिलाफ लोकतंत्र को बचाने की मुहिम का एक हिस्सा है। (पढ़ें-केंद्र ने षड्यंत्र के तहत हरीश रावत सरकार को गिराया: शंकराचार्य)

हरीश रावत ने हाल ही में चर्चित रहे असहिष्णुता के मुद्दे को हवा देते हुए कहा कि सहिष्णुता के ऊपर निरंकुशता को थोपा जा रहा है। राजधानी में मीडिया से मुखातिब होते हुए रावत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप आप अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लोकतंत्र के अंदर किसी भी राजनीतिक दल की हार के लिए काम कर सकते हैं, लेकिन इसका सिर्फ एक ही रास्ता है और वो है जनता के बीच जाने का रास्ता। रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं लेकिन यदि भाजपा को कांग्रेस मुक्त भारत या विपक्ष मुक्त भारत बनाना है तो उनको जनता का विश्वास जीतना होगा। मगर यहां जिस तरह से संवैधानिक व्यवस्थाओं का इस्तेमाल करके पहले अरूणाचल प्रदेश और फिर उत्तराखंड में सरकार को बर्खास्त किया गया वो दर्शाता है कि आप लोकतंत्र को कुचल कर राज करना चाहते हैं जो कि स्वीकार्य नहीं है। (पढ़ें- BJP के दावों से घबराई कांग्रेस ने राज्यपाल को चिट्ठी में क्या लिखा ?) (पढ़ें-नोटों के बैग लेकर विधायकों को खोज रही है भाजपा : हरीश रावत)

रावत ने कहा अरूणाचल और उत्तराखंड के बाद कई और राज्यों में बीजेपी चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश रच रहा है और इस आशंका को कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सार्वजनिक रूप से व्यक्त भी किया है। (पढ़ें-राष्ट्रपति शासन मामला | कोर्ट की केन्द्र की नसीहत, बंद करो मनमानी) (पढ़ें-हरीश रावत हम पर हार्स ट्रेडिंग के आरोप लगा रहे हैं, वो तो खुद पकड़े गए : BJP)

हरीश रावत ने रोहित वेमुला और दादरी की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से हैदराबाद में रोहित वेमुला को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया, एक लेखक की हत्या कर दी गई, दादरी में किसी का गला घोंट दिया गया, ये सब जो हो रहा है वो असहिष्णुता का प्रतिपादन हो रहा है। इससे देश के अंदर एक गंभीर खतरा पैदा हो गया है, धर्मनिरपेक्षता खतरे में है। सहिष्णुता के ऊपर निरंकुशता को थोपा जा रहा है। (पढ़ें-कोश्यारी ने फिर दोहराया- अगर मौका मिलेगा तो बनाएंगे सरकार)  (पढ़ें-BJP ना करे उत्तराखंड में सरकार बनाने की गलती : कांग्रेस)