घायल घोड़े पर राजनीति तेज, आमने-सामने भाजपा और कांग्रेस
घायल घोड़े ‘शक्तिमान’ को लेकर उत्तराखंड में राजनीति गर्मा गई है। भाजपा जहां सड़क से लेकर सदन तक इस मामले में आरोपी विधायक गणेश जोशी के साथ खड़ी हो गई है, वहीं सरकार इस मामले में पीछे हटती नहीं दिखाई दे रही है।
भाजपा विधायक के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सिरे से खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर बीजेपी किस बात की जांच चाह रही है। रावत ने आगे कहा कि जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें सब कुछ साफ है। रावत ने उल्टा भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा आवाज के दम पर सब कुछ दबाने की कोशिश कर रही है।
वहीं इस मामले में अपने विधायक के साथ खड़ी भाजपा ने सरकार पर घोड़े के घायल होने के मुद्दे पर राजनीति करने का आऱोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष और उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है मुख्यमंत्री हरीश रावत घोड़े की टांग आगे करके अपने भ्रष्टाचार को छिपाना चाह रहे हैं। भाजपा भले हरी अपने विधायक के साथ खड़ी हों लेकिन भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी की एक चिट्ठी ने भाजपा विधायक जोशी की मुश्किलें बढ़ा दी है। (पढ़ें –घोड़ा विवाद में मुश्किल में BJP विधायक, मेनका गांधी ने की निष्कासन की मांग)
वहीं इस मामले में आरोपों के घेरे में आए विधायक गणेश जोशी ने फिर से दोहराया है कि घोड़े की टांग उनकी लाठी से नहीं टूटी है बल्कि किसी अन्य शख्स की वजह से ये घटना घटी है। (पढ़ें- घोड़ा विवाद में नया खुलासा, पढ़ें- आखिर कैसे टूटी घोड़े की टांग ?)
(देखें वीडियो | BJP MLA नहीं , इस शख्स की वजह से टूटी घोड़े की टांग !)
बहरहाल उत्तराखंड की राजनीति में घोड़े की एंट्री से उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र भी इसकी भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है। घोड़े की इस राजनीति में उत्तराखंड के विकास के मुद्दे और जनता की समस्याओं की फिक्र किसी को नहीं है।
(पढ़ें – दोषी पाया गया तो मेरा भी एक पांव काट दें : भाजपा विधायक)