Whataapp पर बैंक से आ सकता है मैसज, नजरअंंदाज किया तो होगी मुश्किल
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) बैंक अपने डिफॉल्टर को नोटिस भेजने के लिए वॉट्सऐप और ईमेल का इस्तेमाल कर रहे है। मुंबई हाई कोर्ट के एक फैसले के बाद यह कदम उठाया जा रहा है। वॉट्सऐप के माध्यम से संदेश भेजने में समय नहीं लगता है साथ ही इस बात की तुरंत पुष्टि हो जाती
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) बैंक अपने डिफॉल्टर को नोटिस भेजने के लिए वॉट्सऐप और ईमेल का इस्तेमाल कर रहे है। मुंबई हाई कोर्ट के एक फैसले के बाद यह कदम उठाया जा रहा है। वॉट्सऐप के माध्यम से संदेश भेजने में समय नहीं लगता है साथ ही इस बात की तुरंत पुष्टि हो जाती है कि ग्राहक को संदेश मिल गया है।
एचडीएफसी बैंक ने पिछले महीनों में 214 लोगों को वॉट्सऐप और ईमेल के माध्यम से समन भेजा है। ये समन कोर्ट के जरिए तमिलनाडु, पंजाब, गुजरात, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, असम, उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में भेजे गए हैं।
इनमें से ज्यादातर चेक बाउंस के केस हैं। बैंक के अधिकारियों का कहना है कि यह तरीका काफी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई में देरी इसलिए होती थी क्योंकि ग्राहक समन को प्राप्त करने से ही इनकार कर देते थे। आप उसे गंभीरता से नहीं लेते हैं तो कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। लोग अकसर अपना पता बदलते रहते हैं लेकिन आम तौर पर फोन नंबर और ईमेल आईडी नहीं बदलते हैं। वॉट्सऐप पर अगर ब्लू टिक हो जाता है तो आप इस बात से इनकार नहीं कर सकते मेसेज नहीं पढ़ा गया। हालांकि सेटिंग में ‘ब्लू टिक’ को बंद करके इससे बचा भी जा सकता है।
हाई कोर्ट ने जून में कहा था कि बैंक अपनी लीगल नोटिस वॉट्सऐप के जरिए भी भेज सकते हैं। एसबीआई कार्ड्स और पेमेंट सर्विस और रोहिदास जाधव के बीच चल रहे केस में यह फैसला सुनाया गया था। SBI के पास जाधव का मोबाइल नंबर था इसलिए बैंक ने उन्हें वॉट्सऐप पर अगली सुनवाई की सूचना भेजी थी। कोर्ट ने कहा था कि मेसेज न केवल डिलिवर हुआ बल्कि उसे खोला भी गया। इसलिए इनकार नहीं किया जा सकता कि समन की जानकारी नहीं पहुंची।
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