जानिए आप कैसे खोल सकते हैं PMKVY प्रशिक्षण केंद्र ?

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जानिए आप कैसे खोल सकते हैं PMKVY प्रशिक्षण केंद्र ?

भारत के पास एक अतुलनीय युवा जनसंख्या है जिससे आने वाले समय में सामाजिक-आर्थिक विकास को जोरदार बढ़ावा मिलना तय है। हमारे पास 60.5 करोड़ लोग 25 वर्ष से कम आयु के हैं। रोजगार के लिए उपयुक्त कौशल प्राप्त करके ये युवा परिवर्तन के प्रतिनिधि हो सकते हैं। वे न केवल अपने जीवन को प्रभावित


जानिए आप कैसे खोल सकते हैं PMKVY प्रशिक्षण केंद्र ?

भारत के पास एक अतुलनीय युवा जनसंख्‍या है जिससे आने वाले समय में सामाजिक-आर्थिक विकास को जोरदार बढ़ावा मिलना तय है। हमारे पास 60.5 करोड़ लोग 25 वर्ष से कम आयु के हैं। रोजगार के लिए उपयुक्‍त कौशल प्राप्‍त करके ये युवा परिवर्तन के प्रतिनिधि हो सकते हैं। वे न केवल अपने जीवन को प्रभावित करने के काबिल होंगे बल्‍कि दूसरों के जीवन में भी बदलाव ला सकेंगे। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App –https://play.google.com/store/apps/details?id=app.uttarakhandpost

हाल में ही मंजूर की गई प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के लिए एक प्रमुख योजना है। इसके तहत पाठ्यक्रमों में सुधार, बेहतर शिक्षण और प्रशिक्षित शिक्षकों पर विशेष जोर दिया गया है। प्रशिक्षण में अन्‍य पहलुओं के साथ व्‍यवहार कुशलता और व्‍यवहार में परिवर्तन भी शामिल है।

नवगठित कौशल विकास और उद्यम मंत्रालय राष्‍ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के माध्‍यम से इस कार्यक्रम को क्रियान्वित कर रहा है। इसके तहत 24 लाख युवाओं को प्रशिक्षण के दायरे में लाया जाएगा है। कौशल प्रशिक्षण नेशनल स्‍किल क्‍वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्‍यूएफ) और उद्योग द्वारा तय मानदंडों पर आधारित होगा। कार्यक्रम के तहत तृतीय पक्ष आकलन संस्‍थाओं द्वारा मूल्‍यांकन और प्रमाण पत्र के आधार पर प्रशिक्षुओं को नकद पारितोषिक दी जाएगी। नकद पारितोषिक औसतन 8,000 रूपए प्रति प्रशिक्षु होगी।

इस योजना से कैसे जुड़ें | आपके पास दो हजार से तीन हजार वर्ग फुट भवन (अपना या किराए पर) उपलब्ध है तो आप प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़कर न सिर्फ दूसरों की मदद कर सकते हैं ब्लकि इससे आमदनी भी कर सकते हैं। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़कर इसका प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए आपको बस इस मोबाइल नंबर 08755153322 पर फोन करना है।

क्या है प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना | प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना भारतीय नागरिको के लिए परिणाम आधारित अर्थात (Output Based) एक प्रक्षिक्षण योजना है। जिसका लक्ष्य भारतीय नागरिको को उनके दिलचस्पी के मुताबिक कार्यो का प्रशिक्षण देना है। इस योजना को सफल बनाने हेतु भारत सरकार ने एक नए मंत्रालय   कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (Ministry of Skill Development & Entrepreneurship (MSDE) की रचना की है। वर्तमान में यह योजना MSDE के ही नियंत्रण में कार्यरत है |

जानिए आप कैसे खोल सकते हैं PMKVY प्रशिक्षण केंद्र ?

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) का उद्देश्य ऐसे नौजवानों को अपने अन्दर कौशल पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जो दसवीं या बारहवीं करके पढाई छोड़ चुके हैं। साथ ही ऐसे  लोगो को भी एकत्र करना है जिनके पास हुनर तो है, लेकिन उस हुनर का प्रमाण पत्र न होने के कारण उन्हें काम ढूंढने और काम पाने में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। सामान्य लोग वे लोग जिन्हे अभी तक कुछ काम नहीं आता वो इस योजना के साथ जुड़कर अपने आप में कौशल पैदा कर, उस कौशल का प्रमाणपत्र लेकर अपनी आजीविका की तलाश या खुद कर सकते हैं या फिर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत (Mentorship Program) के द्वारा उन्हें काम ढूँढने में सहायता प्रदान की जाएगी। जो व्यक्ति कौशल विकास योजना के अंतर्गत अपना प्रशिक्षण पूरा कर लेते हैं।  उनको प्रमाण पत्र के अलावा पैसे भी इनाम स्वरूप दिए जा सकते हैं।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना विशेषताएं | इस योजना के तहत प्रशिक्षण उद्योग जगत से जुडी राष्ट्रीय निकायों के मानकों के आधार पर दिया जायेगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत यदि कोई तीसरा पक्ष अर्थात प्रशिक्षण देने वाली संस्था इत्यादि सरकार के कौशल विकास अभियान से जुड़ेगी, तो उसका मूल्यांकन अंतराष्ट्रीय मानको के आधार पर किया जायेगा,  जिससे प्रशिक्षण लेने वालो को उच्च Industry Driven प्रशिक्षण मिल सके। प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओ या एजेंसी को लोगो की जरुरतो अर्थात मांग के हिसाब से लक्ष्य दिया जायेगा | जैसे कौन से काम का प्रशिक्षण कौन से जिले कौन से शहर में देना है इत्यादि।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में केंद्र द्वारा संचालित अभियानों, योजनाओ जैसे Make In India, नेशनल सोलर मिशन, स्वच्छ भारत, डिजिटल इंडिया इत्यादि को ध्यान में रखकर ही व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। इस योजना के अंतर्गत विशेष तौर पर 10th, 12th के बाद स्कूल छोड़ने वाले  और पूर्वोत्तर एवं जम्मू कश्मीर राज्यों के नौजवानो पर विशेष ध्यान दिया जायेगा | क्योंकि बेरोजगार युवा गलत व्यक्तियों की संगत में जल्दी आ जाते है। इस योजना के अंतर्गत ऐसे लोग जो काम तो जानते हैं लेकिन उसका प्रमाण पत्र न होने की वजह से उस काम की उनके पास मान्यता प्राप्त नहीं है, इसलिए वे अनौपचारिक कामों में लग जाते हैं | वे भी अपने हुनर को बढ़ा कर उसका प्रमाणपत्र हासिल कर सकते हैं।

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