उत्तराखंड | पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए दुर्लभ प्रयास कर रहे हैं ITBP जवान

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उत्तराखंड | पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए दुर्लभ प्रयास कर रहे हैं ITBP जवान

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड पोस्ट) नंदा देवी में मिले पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीरों को लाने में जुटे आईटीबीपी के पर्वतारोही, तकनीकी पर्वतारोहण के माध्यम से दुर्लभ प्रयास किया जा रहा है। आईटीबीपी ने पर्वतारोहियों के शवों को नीचे लाने हेतु प्रयास करते हुए सोमवार लगभग 11 घंटे की लगातार मेहनत के बाद 4 पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीर


उत्तराखंड | पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए दुर्लभ प्रयास कर रहे हैं ITBP जवान

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड पोस्ट) नंदा देवी में मिले पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीरों को लाने में जुटे आईटीबीपी के पर्वतारोही, तकनीकी पर्वतारोहण के माध्यम से दुर्लभ प्रयास किया जा रहा है।

आईटीबीपी ने  पर्वतारोहियों के शवों को नीचे लाने हेतु प्रयास करते हुए सोमवार लगभग 11 घंटे की लगातार मेहनत के बाद 4 पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीर को रास्ते के सबसे ऊंचे स्थल रिज लाइन पर 18,900 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। शेष 3 पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीरों को कल इसी स्थान पर लाने का प्रयास आइटीबीपी के माउंटेनियरिंग दल द्वारा किया जाएगा। इसके बाद तकनीकी माउंटेनियरिंग स्किल के माध्यम से इन  पार्थिव शरीरों को एक एक करके नीचे लाया जाएगा।

ऐसा अनुमान है कि यदि मौसम ने साथ दिया तो कल शाम तक यह सातों पार्थिव शरीर हेलीपैड बेस कैंप वन जिसकी ऊंचाई 15,250 फीट तक है वहां पहुंचा दिए जाएंगे।

उत्तराखंड | पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए दुर्लभ प्रयास कर रहे हैं ITBP जवान

आइटीबीपी के दल द्वारा पर्वतारोहण के उच्च मानदंडों का पालन करते हुए और सभी पार्थिव शरीरों को सम्मान के साथ नीचे लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए, यह ऑपरेशन तकनीकी रूप से मुश्किल और दुश्वारियों से भरा हुआ है।

जब सभी पार्थिव शरीर बेस कैंप एक तक ले आए जाएंगे तो वहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से इन्हें पहले मुनस्यारी और फिर पिथौरागढ़ लाया जाएगा। बल के पर्वतारोही रतन सिंह सोनाल, द्वितीय कमान के नेतृत्व में आइटीबीपी के पर्वतारोही पिछले लगभग 15 दिनों से पर्वतारोहियों के गुम हुए दल को ढूंढने के बाद उनके पार्थिव शरीरों को नीचे लाने के प्रयास में लगातार खराब मौसम और धरातलीय परिस्थितियों से जूझ रहे हैं और यदि कल वे सभी शवों को नीचे लाने में सफल रहते हैं तो हाल के दिनों में इस प्रकार का यह पहला अभियान होगा जिसमें समुद्र तल से 19000 फीट से भी ऊंचे इलाके से ऐसा एक सफल अभियान चलाया गया हो।

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