राज्यसभा सीट के लिए नामांकन शुरु, असमंजस में BJP और कांग्रेस
उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है लेकिन अभी तक कांग्रेस और भाजपा में प्रत्याशी को लेकर उहापोह की स्थिति है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए 11 जून को चुनाव होना है। राज्यसभा की ये सीट बीजेपी सांसद तरुण
उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है लेकिन अभी तक कांग्रेस और भाजपा में प्रत्याशी को लेकर उहापोह की स्थिति है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए 11 जून को चुनाव होना है। राज्यसभा की ये सीट बीजेपी सांसद तरुण विजय का कार्यकाल पूरा होने पर खाली हो रही है।
पीडीएफ की दावेदारी से मुश्किल में कांग्रेस | राज्यसभा की एक सीट के लिए हरीश रावत सरकार को समर्थन दे रही पीडीएफ ने भी अपनी दावेदारी ठोक दी है। उत्तराखंड विधानसभा में विश्वास मत के दौरान हरीश रावत सरकार का साथ देकर मदद करने वाली पीडीएफ ने साफ कहा है कि पीडीएफ के कोटे से हरीश दुर्गापाल को राज्यसभा के लिए भेजा जाए। पीडीएफ के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि हमने हर मुश्किल वक्त में कांग्रेस सरकार का साथ दिया ऐसे में अब कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वे राज्यसभा के लिए पीडीएफ से हरीश दुर्गापाल को राज्यसभा भेंजे। (पढ़ें-राज्यसभा सीट पर PDF की दावेदारी से मुश्किल में घिरी कांग्रेस)
एक अनार, सौ बीमार | राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस में पहले ही एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति बनी हुई है। एक तरफ खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय राज्यसभा जाने की जुगत में लगे हुए हैं तो कई बाहरी कांग्रेसी नेताओं की नजर भी उत्तराखंड की खाली हो रही एक राज्यसभा सीट पर है। ऐसे में उत्तराखंड में हर मुश्किल वक्त में साथ देने वाली पीडीएफ की राज्यसभा सीट के लिए दावेदारी से निश्चित ही कांग्रेस नेतृत्व के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई है।
कांग्रेस का पलड़ा भारी | राज्यसभा सीट के लिए होने वाले मतदान में बहुमत की बात करें तो अपने सहयोगियों के साथ गणित कांग्रेस के पक्ष में है। हालांकि बीजेपी इस सीट को पाने के लिए पूरा जोर लगाने की तैयारी में है।
भाजपा भी उतारेगी प्रत्याशी | भाजपा भी अभी तक प्रत्याशी का चयन नहीं कर पाई है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि मंगलवार को कोर कमेटी के पदाधिकारियों, विधायकों, जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें सर्वसम्मति ने प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया जाएगा और पैनल रिपोर्ट केंद्रीय आलाकमान को भेज दी जाएगी। प्रत्याशी प्रदेश इकाई की ओर से भेजे गए पैनल का कोई सदस्य हो सकता है या फिर केंद्रीय आलाकमान किसी अन्य प्रत्याशी के नाम पर सहमति दे सकती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट का यह भी कहना है कि बेशक हम संख्या बल में कम है, लेकिन चुनाव आखिरकार चुनाव ही होता है। चुनावी जंग में पार्टी की ओर से प्रत्याशी जरूर उतारा जाएगा।
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