संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावा

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संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावा

उत्तराखंड विधानसभा में शुक्रवार को जमकर हंगामा होने के बाद उत्तराखंड की काांग्रेस सरकार संकट में आ गई है। देर रात की भाजपा के 26 और कांग्रेस के 9 बागी विधायक चार्टड विमान से दिल्ली पहुंच गए। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और हरक सिंह रावत ने हरीश रावत से इस्तीफे की मांग


संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावा

संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावाउत्तराखंड विधानसभा में शुक्रवार को जमकर हंगामा होने के बाद उत्तराखंड की काांग्रेस सरकार संकट में आ गई है। देर रात की भाजपा के 26 और कांग्रेस के 9 बागी विधायक चार्टड विमान से दिल्ली पहुंच गए। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और हरक सिंह रावत ने हरीश रावत से इस्तीफे की मांग की है।

हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत का अभी भी कहना है कि उनकी सरकार पर कोई संकट नहीं है।

हरीश रावत ने कहा कि अगर विपक्ष को लगता है कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो वह अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए, हम सदन में बहुमत साबित करके दिखाएंगे। रावत ने ये भी कहा कि विधानसभा में सब कुछ सामान्य था, सारा हंगामा विधानसभा स्थगित होने के बाद हुआ।

संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावाविधानसभा में हाथापाई

इससे पहले शुक्रवार को फाइनेंस बिल पास करने के दौरान भारतीय जनता पार्टी विधानसभा में वोट डिविजन की मांग पर अड़ गई। इस दौरान कांग्रेस के 9 बागी विधायकों ने विपक्ष का साथ दिया। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, कृषि मंत्री हरक सिंह रावत, पूर्व उद्यान मंत्री अमृता रावत, विधायक शैलारानी रावत, प्रदीप बत्रा, कुंवर प्रणब सिंह चैंपियन, सुबोध उनियाल, डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल और उमेश शर्मा काउ के नाम हैं। हालांकि, अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने सदस्यों की मत विभाजन की मांग को अस्वीकार कर दिया और ध्वनिमत से बजट के पारित होने की घोषणा करते हुए सदन की कार्यवाही 28 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी।

जिसके बाद कांग्रेस के बागी विधायकों ने विपक्ष के साथ सदन में जंकर हंगामा किया। (पढ़ें –संकट में रावत सरकार, 9 कांग्रेस विधायकों ने की बगावत !संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावाहालात इतने बिगड गए कि बागी ग्रुप की अगुआई कर रहे मंत्री हरक सिंह रावत और सीएम हरीश रावत के खेमे के मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के बीच विधानसभा के अंदर हाथापाई तक हो गई। इस दौरान दोनों के समर्थक विधानसभा में गाली-गलौच तक करते सुनाई दिए। (पढ़ें- विधानसभा में हरक सिंह और नैथानी के बीच हाथापाई, गाली -गलौच)

रावत सरकार को बर्खास्त करने की मांग

विधानसभा में बवाल के बाद भाजपा नेताओं के साथ कांग्रेस के 9 बागी विधायकों ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की और हरीश रावत सरकार के अल्पमत में होने का दावा करते हुए राज्यपाल डॉ. के के पॉल से रावत सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। विजय बहुगुणा ने कहा कि रावत सरकार अल्पमत मे है, मुझे हैरानी है कि हरीश रावत ने अब तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया। वहीं हरक सिंह रावत ने हरीश रावत पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया। भाजपा प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि हमने राज्यपाल से अल्पमत में आई हरीश रावत सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। जाजू ने कहा कि हमारे पास कांग्रेस के 9 बागी विधायक मिलाकर 35 विधायक हैं। वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राज्यपाल ने सरकार से इस पर रिपोर्ट लेने के बाद आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया है। (पढ़ें-उत्तराखंड में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी भाजपा, ये है गणित)

संकट में रावत सरकार लेकिन हरीश रावत ने किया बहुमत होने का दावादिल्ली पहुंचे 35 विधायक

राज्यपाल से मुलाकात के बाद देर रात विपक्षी पार्टी भाजपा के 26 और 9 बागी कांग्रेस विधायक चार्टर्ड प्लेन से देहरादून से दिल्ली पहुंच गए हैं।  दिल्ली पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा ने कहा कि हरीश रावत सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त थी। वहीं हरक सिंह रावत ने कहा कि इस सरकार के बर्खास्त होने के बाद हम उत्तराखंड में सरकार बनाएंगे।

बहरहाल शनिवार का दिन उत्तराखंड की सियासत के हिसाब से काफी अहम है। भाजपा विधायकों के साथ कांग्रेस के 9 बागी विधायक दिल्ली में सरकार बनाने की रणनीति पर विचार करेंगे तो देहरादून में सरकार के बहुमत में होने का दावा कर रहे हरीश रावत आगे क्या दांव चलेंगे ये देखना अहम होगा।

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