चारधाम यात्रा | यमुनोत्री-गंगोत्री धाम आने वाले श्रद्धालु ध्यान दें और परेशानी से बचें, जानिए कैसी है व्यवस्थाएं ?

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चारधाम यात्रा | यमुनोत्री-गंगोत्री धाम आने वाले श्रद्धालु ध्यान दें और परेशानी से बचें, जानिए कैसी है व्यवस्थाएं ?

Gangotri Yamunotri

गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में रिकार्ड संख्या में यात्रियों के पहुंचने के कारण यात्रा सुविधाओं एवं सड़कों पर अत्यधिक दबाव है। इस चुनौती से निपटने के लिए शासन-प्रशासन में विभिन्न स्तरों पर स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।


 

उत्तरकाशी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से हर रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। उत्तरकाशी जिले में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने का क्रम निरंतर जारी है। यात्रा सुव्यस्थित रूप से संचालित हो रही है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के 9 दिन के भीतर दोनों धामों में पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा दो लाख के पार होने की संभावना है।

यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम यात्रा रूटों पर वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही हैं, लेकिन गेट व वन-वे व्यवस्था लागू किए जाने से ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण में है। जिसे देखते हुए होल्डिंग एरिया एवं होल्डिंग टाइम को कम किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।

प्रशासन द्वारा होल्डिंग एरिया में रोके गए यात्रियों के लिए पानी, भोजन एवं चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ ही इन स्थानों पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इस काम में अनेक विभागों को लगाया गया है। जिससे यात्रा में कम समय भी लग रहा है।

गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में रिकार्ड संख्या में यात्रियों के पहुंचने के कारण यात्रा सुविधाओं एवं सड़कों पर अत्यधिक दबाव है। इस चुनौती से निपटने के लिए शासन-प्रशासन में विभिन्न स्तरों पर स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।

खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गत दिवस यमुनोत्री मार्ग पर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेकर यात्रियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने यात्रा इंतजामों को लेकर अनेक हिदायतें जारी की।

व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा मार्ग व यात्रा पड़ावों पर लगातार रात-दिन दौरा कर यात्रियों से मुलाकात करने के साथ ही यात्रा प्रबंधन में जुटे प्रशासन व पुलिस के अमले का मार्गदर्शन कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा होल्डिंग एरिया में जलापूर्ति, बिजली, टॉयलेट्स की सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। मोबाइल चिकित्सा टीमों को भी इन क्षेत्रों में तैनात किया गया है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर होल्डिंग स्थलों पर यात्रियों को पेयजल, चाय, दूध, भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी कराई जा रही हैं। यात्रियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग का अनुरोध किया जा रहा है।

इन इंतजामों में विभिन्न विभागों के साथ ही ग्राम्य विकास विकास विभाग की आजीविका परियोजना एवं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाएं भी सहयोग कर रही हैं। 

यमुनोत्री धाम में गत दिन सर्वाधिक 15800 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। धाम में एक दिन में आने वाले श्रद्धालुओं का यह नया रिकॉर्ड है। गंगोत्री धाम में भी गत दिन 14010 श्रद्धालु पहुंचे। कपाट खुलने के बाद इन दोनों धामों में पिछले दिन तक 186275 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं।

इन दोनों धामों में कपाट खुलने के बाद गत दिन सर्वाधिक 2740 वाहन पहुंचे। बावजूद इसके बेहतर प्रबंधन के चलते यात्रा मार्गों पर स्थिति सामान्य रही और दोनों धामों में एक साथ भीड़ इकट्ठा होने की स्थिति नहीं बनी।

आज दोपहर 12 बजे जिले में यमुनोत्री मार्ग पर डामटा में 25, दोबाटा में 12, खरादी में 100, पालीगाड में 200 वाहन होल्ड पर रखे गए थे। जबकि खरसाली और जानकीचट्टी में 400 वाहन खड़े थे। इस रूट पर दोपहर में डामटा से 53 और पालीगाड से 100 वाहन छोड़े गए।

इसी तरह गंगोत्री मार्ग पर दोपहर में रामलीला ग्राउंड उत्तरकाशी में 35, सोनगाड व सुक्खीटॉप में 60, झाला में 80, हर्षिल में 12 और लंका में 6 वाहन होल्ड पर रखे गए थे। जबकि उत्तरकाशी से 245 और हर्षिल से 100 वाहनों को छोड़ा गया।

दोपहर में गंगोत्री में लगभग 500 वाहन  खड़े थे और 50 वाहनों को यहां से प्रस्थान करवाया गया। होल्डिंग एरिया में रोके गए वाहनों में लगभग 17 हजार यात्री सवार हैं। गेट सिस्टम के तहत अगले गंतव्य में स्थान उपलब्ध होने पर उन्हें सिलसिलेवार ढंग से आगे के लिए प्रस्थान करवाया जाना है।

वीआईपी दर्शन पर रोक, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी बंद

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिये कि चारो धामों केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में 31 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था स्थगित रखी जाय। साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिए कि आगामी तीन दिनों तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन रोक दिए जाए। यह सुनिश्चित हो कि चार धाम यात्रा नियमों के अनुरूप ही चले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि उनको चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के अनुसार जो तारीख मिली है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए आयें।

उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य परीक्षण और मौसम का पूर्वानुमान देखने के बाद ही चारधाम यात्रा पर आने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि चारधाम यात्रा भी सुरक्षित हो और सभी श्रद्धालु भी स्वस्थ और सुरक्षित हों।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चारों धामों में प्रतिदिन के लिए जो क्षमता निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए भेजे जाएं। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाया जाए। श्रद्धालुओं का चार धाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन होने पर ही चेक प्वाइंट से आगे जाने दें। परिवहन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से चेक पोस्ट पर चेकिंग करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि चारधाम के सभी मार्गों के एंट्री प्वाइंट एवं विकासनगर, यमुना पुल क्षेत्र, धनौल्टी, सुवाखोली में भी सख्ती से चेकिंग की व्यवस्था सुनिश्चित हो। इन स्थलों पर यात्रियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जाए।

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