उत्तराखंड पेपर लीक मामले में सियासत तेज, कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी का पलटवार

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उत्तराखंड पेपर लीक मामले में सियासत तेज, कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी का पलटवार

BJP Congress

उत्तराखंड में पेपर लीक मामले में अब सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस पूरे मामले में विपक्ष सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि यह सब घोटाला और पेपर लीक सरकार की सरपरस्ती में हो रहे हैं। राज्य के युवाओं के साथ छलावा किया जा रहा है। नकल माफिया राज्य के अंदर हावी है, उनको सरकार और कानून का भय नहीं है।




देहरादून/ हल्द्वानी (उत्तराखंड पोस्ट)
उत्तराखंड में पेपर लीक मामले में अब सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस पूरे मामले में विपक्ष सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि यह सब घोटाला और पेपर लीक सरकार की सरपरस्ती में हो रहे हैं। राज्य के युवाओं के साथ छलावा किया जा रहा है। नकल माफिया राज्य के अंदर हावी है, उनको सरकार और कानून का भय नहीं है।

आर्य ने आगे कहा- इससे पहले भी UKSSSC भर्ती घोटाले में भी सरकार से हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की गई थी, जिस पर सरकार ने अनदेखी की, जिसका नतीजा पटवारी भर्ती परीक्षा में देखने को मिला है और एक बार फिर से पटवारी भर्ती परीक्षा लीक हो गई है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी इस पूरे भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की हाईकोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं।

वहीं भाजपा ने पटवारी परीक्षा लीक प्रकरण में धामी सरकार की त्वरित कार्यवाही को भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की प्रतिबद्धता बताया। दूसरी ओर इस पर  विपक्ष के आरोपों को राजनीति से प्रेरित व दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा राज्य निर्माण से अब तक सामने आए ऐसे तमाम मामलों में फर्क साफ है। कांग्रेस सरकारों के मंत्री तक भर्ती घोटालों में शामिल रहे और उन्होंने ऐसे मामलों मे कार्यवाही तो दूर उन्हे दबाने की कोशिशें की। वहीं भाजपा सरकार में  तत्काल पारदर्शी, सख्त एवं निर्णायक कार्यवाही की जा रही है । 

महेंद्र भट्ट ने वर्तमान पटवारी भर्ती परीक्षा लीक प्रकरण के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी पर संतोष जताया है । उन्होंने कहा यह मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का ही नैतिक साहस है कि पेपर लीक के दोषियों को पकड़ने में देर नही लगाई और युवाओं के साथ न्याय की दृष्टि से तत्काल परीक्षा रद्द कर नई तारीखों का ऐलान किया।

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, इससे पूर्व 2003 व 2016 में इनके शासन में भी पटवारी भर्ती में धांधली हुई, लेकिन कभी दोषियों पर कार्यवाही नही की और उल्टा इनके मंत्रियों के संरक्षण में घोटालों को अंजाम देने के गंभीर आरोप लगे । इसी तरह दर्जनों नियुक्ति प्रकरणों में गड़बड़ी इनकी सरकार में हुई, लेकिन अफसोस जब घोटालों पर काम करने का अधिकार था तब कुछ नही किया और अब  भाजपा सरकार कार्यवाही कर रही है तो सबसे पहले हो हल्ला मचा रहे हैं ।

भट्ट ने कहा- भाजपा की नीति और नीयत साफ है। हर परीक्षा पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए और भ्रष्टाचारियों की जगह सलाखों के पीछे होनी चाहिए। इससे पहले भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बिना काल खंड देखकर नैतिक साहस दिखाते हुए राज्य अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की भर्तियो मे घोटालों के गुनाहगारों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुके है। घपलेबाज कितने ही रसूखदार क्यों न हो किसी को बख्सा नही जायेगा। अगर, कांग्रेस ने भी समय पर इसी तरह से निर्णय लिए होते तो भ्रष्टाचार इस तरह से नही फल फूलता। धामी सरकार विकास और रोजगार के मामले मे आगे बढ़ रही है और कांग्रेस के कार्यकाल मे लगी भ्रष्टाचार की बेल को जड़ से उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ आगे बढ़ेगी।

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