बड़ी खबर | ग्रामीण महिलाओं से घास छीनने पर हुए विवाद पर CM धामी ने दिए जांच के आदेश

  1. Home
  2. Dehradun

बड़ी खबर | ग्रामीण महिलाओं से घास छीनने पर हुए विवाद पर CM धामी ने दिए जांच के आदेश

dhami

उत्तराखंड का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कुछ महिलाओं की पीठ पर घास की गठरी लेकर जा रही हैं और पुलिसकर्मी उनसे घास की गठरी छीनते हुए नजर आ रहे हैं।


 

चमोली (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कुछ महिलाओं की पीठ पर घास की गठरी लेकर जा रही हैं और पुलिसकर्मी उनसे घास की गठरी छीनते हुए नजर आ रहे हैं।

इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया- जनपद चमोली के जोशीमठ क्षेत्र में ग्रामीण महिलाओं द्वारा वन से चारापत्ती लाने को लेकर हुए विवाद से संबंधित घटना का संज्ञान लेते हुए कमिश्नर गढ़वाल को त्वरित रूप से जांच के आदेश दे दिए हैं।

आईए आपको बताते हैं कि आखिर ये पूरा मामला है क्या ?

दरअसल ये वीडियो उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशिमठ का है। यहां पर टीएचडीसी की पीपलकोटी विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के डंपिंग जोन से चारा पत्ती लेकर आ रही महिलाओं की पुलिस और सीआईएसएफ की महिला जवानों से तीखी झड़प हुई।

पुलिस डंपिंग जोन को प्रतिबंधित बताते हुए महिलाओं से यहां से चारा पत्ती न लेने को कहा जबकि महिलाओं का कहना है कि यह उनकी चारापत्ती की भूमि है और यहीं से चारापत्ती लेकर जाएंगे। इसी को लेकर महिलाओं और जवानों के बीच झड़प हुई और पुलिस वानों ने चारों महिलाओं से जबरन चारा पत्ती के गठ्ठर छीन लिए। इसके बाद पुलिस महिलाओं को जबरन वाहन में बिठाकर जोशीमठ थाने लेकर ले आई और चालान करने के बाद उन्हें छोड़ दिया।

दरअसल टीएचडीसी की ओर से हेलंग के पास राजस्व भूमि को डंपिंग जोन बनाया गया है। यहां पर जमीन का समतलीकरण करने के बाद उसमें कई निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, जिसका हेलंग गांव के कुछ परिवार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनकी गौचर और चारा पत्ती की भूमि है। 15 जुलाई को गांव की तीन महिलाएं और एक पुरुष इस जगह से चारा पत्ती लेकर आ रहे थे। हाईवे पर आने पर उन्हें सीआईएसएफ और पुलिस के जवानों ने रोक लिया। जवानों ने उनसे जबरन चारा पत्ती के गठ्ठर छीने और उनको जोशीमठ थाने लाया गया, जिसमें मंदोधरी देवी, लीला देवी, संगीता भंडारी और विपिन भंडारी शामिल थे।

महिलाओं का आरोप है कि उनको जबरन छह घंटे तक पुलिस वाहन और थाने में बिठाने के बाद 250-250 रुपये का चालान कर छोड़ा गया। उनका कहना है कि इस जमीन से वह मवेशियों के लिए चारा पत्ती लेकर आते हैं। उन्होंने चारा पत्ती और मवेशियों के  चरने के लिए उपयुक्त स्थान चिह्नित करने की मांग की।

वहीं जोशीमथ थानाध्यक्ष विजय भारती ने इस पर कहा था कि हेलंग में कुछ परिवारों की ओर से सरकारी भूमि पर कब्जा किया गया है। यहां खेल मैदान और अन्य विकास योजनाओं का निर्माण प्रस्तावित है। निर्माण कार्य के दौरान ये महिलाएं चारापत्ती लेने गई थीं। शांति व्यवस्था बनाने के लिए उन्हें वाहन से थाने में लाया गया। उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया गया।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे