20 लाख रुपये किलो बिकता है ये खास कीड़ा, उत्तराखंड में यहां मिलता है, जानिए खासियत

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20 लाख रुपये किलो बिकता है ये खास कीड़ा, उत्तराखंड में यहां मिलता है, जानिए खासियत

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) हिमालयन वयाग्रा’ के नाम से मशहूर फंगस कीड़ा जो बाजार में करीब 20 लाख रुपए प्रति किलो बिकता के दर से बिकता है, उसका कारोबार एकदम चौपट हो गया है। इस बार इसे एक लाख रुपये में भी खरीदार नहीं मिल रहा है जबकि, इस कीड़े की सबसे ज्यादा जरूरत चीन को


20 लाख रुपये किलो बिकता है ये खास कीड़ा, उत्तराखंड में यहां मिलता है, जानिए खासियत

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) हिमालयन वयाग्रा’ के नाम से मशहूर फंगस कीड़ा जो बाजार में करीब 20 लाख रुपए प्रति किलो बिकता के दर से बिकता है, उसका कारोबार एकदम चौपट हो गया है।

इस बार इसे एक लाख रुपये में भी खरीदार नहीं मिल रहा है जबकि, इस कीड़े की सबसे ज्यादा जरूरत चीन को ही पड़ती है।भारत के साथ सीमा विवाद के चलते और कोरोना वायरस की वजह से इस बार इस कीड़े का व्यवसाय चौपट हो गया है।

इस जड़ी को उत्‍तराखंड में ‘कीड़ा जड़ी’ के नाम से जाना जाता है।ये कीड़ाजड़ी 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में मिलती है। ये भारत के अलावा नेपाल, चीन और भूटान के हिमालय और तिब्बत के पठारी इलाकों पाई जाती है।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चमोली और बागेश्वर जिलों में ये काफी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मिलती है। मई से जुलाई महीने के बीच जब पहाड़ों पर बर्फ पिघलती है तो सरकार की ओर से अधिकृत 10-12 हजार स्थानीय ग्रामीण इसे निकालने वहां जाते हैं।दो महीने इसे जमा करने के बाद इसे अलग-अलग जगहों पर दवाओं के लिए भेजा जाता है।

यह एक तरह का जंगली मशरूम है, जो एक खास कीड़े की इल्लियों यानी कैटरपिलर्स को मारकर उसके ऊपर पनपता है।इस जड़ी का वैज्ञानिक नाम कॉर्डिसेप्स साइनेसिस है।

जिस कीड़े के कैटरपिलर्स पर यह उगता है, उसे हैपिलस फैब्रिकस कहते हैं।स्थानीय लोग इसे कीड़ाजड़ी कहते हैं, क्योंकि यह आधा कीड़ा और आधा जड़ी है। चीन और तिब्बत में इसे यारशागुंबा भी कहा जाता है।

हल्द्वानी स्थित वन अनुसंधान केंद्र ने जोशीमठ के आसपास किए गए रिसर्च में पाया कि पिछले 15 सालों में इसकी उपज 30 प्रतिशत कम हो गई है। इतना ही नहीं इसे अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने खतरे की सूची यानी रेड लिस्ट में डाल दिया है।

IUCN का मानना है कि इसकी कमी की वजह है इसका ज्यादा उपयोग इसे शारीरिक दुर्बलता, यौन इच्छाशक्ति की कमी, कैंसर आदि बीमारियों को ठीक करने के लिए उपयोग में लाया जाता है यह एक तरह का जंगली मशरूम है, जो एक खास कीड़े की इल्लियों यानी कैटरपिलर्स को मारकर उसके ऊपर पनपता है।

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