उत्तराखंड में कितनी गड्ढा मुक्त सड़के? सवालों के जवाब में क्या बोले मंत्री?
उत्तराखंड में चल रहे विधानसभा सत्र के दूसरे दिन लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने सदन में बताया कि उत्तराखंड में 659 सड़कें गड्ढों के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसमें 3086 किमी. लंबी सड़कों पर पेचवर्क किया जाना था। फरवरी तक 911 किमी. सड़कों पर पेचवर्क किया गया, जबकि 2175 किमी. सड़क पर इसी माह पेचवर्क का लक्ष्य रखा गया।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में चल रहे विधानसभा सत्र के दूसरे दिन लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने सदन में बताया कि उत्तराखंड में 659 सड़कें गड्ढों के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसमें 3086 किमी. लंबी सड़कों पर पेचवर्क किया जाना था। फरवरी तक 911 किमी. सड़कों पर पेचवर्क किया गया, जबकि 2175 किमी. सड़क पर इसी माह पेचवर्क का लक्ष्य रखा गया।
विधायक वीरेंद्र कुमार के प्रश्न के जवाब में महाराज ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए थे। इस पर विभाग ने चार महीने में 911 किमी. सड़कों पर पेचवर्क किया है। शेष 2175 सड़कों को इस माह मार्च तक पूरा किया जाएगा। इसके लिए ठेकेदारों के साथ अनुबंध किया गया है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि टिहरी मेगा पर्यटन सर्किट योजना के तहत टिहरी बांध में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2.30 करोड़ से बार्ज खरीदा था। डोबरा चांठी पुल बनने के बाद से अब बार्ज का प्रभावित लोगों को झील के आरपार जाने के लिए कोई उपयोगिता नहीं है। इससे बार्ज को 1.20 करोड़ में किराया कंपनी को दिया गया।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने विधायक महेश जीना के प्रश्न पर सदन में अवगत कराया कि जड़ी-बूटी और सगंध फसलों की खेती के लिए पंजीकरण किया जाता है। पंजीकरण की प्रक्रिया लंबी होने से सरकार सरलीकरण पर काम कर रही है। जड़ी बूटी शोध एवं विकास संस्थान गोपेश्वर, सगंध पौध केंद्र भेषज, वन विकास निगम के माध्यम से किसानों का पंजीकरण किया जाता है। इसमें हरड़, बेहड़ा, आंवला के लिए रवन्ना की व्यवस्था है।
पर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़ पर फॉलो करे