जानिए क्या अपने इस गढ़ को बचाने में सफल हो पाएगी BJP ?
राज्य की कई विधानसभा सीटों पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है। इनमें से एक सीट देहरादून की देहरादून कैंट विधानसभा है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App –https://play.google.com/store/apps/details?id=app.uttarakhandpost भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रही इस सीट पर कांग्रेस सेंध लगाने की पूरी कोशिश की है लेकिन कांग्रेस के
राज्य की कई विधानसभा सीटों पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है। इनमें से एक सीट देहरादून की देहरादून कैंट विधानसभा है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App –https://play.google.com/store/apps/details?id=app.uttarakhandpost
इस सीट पर 2012 के नतीजों को देखें तो इस लिहाज से भाजपा की स्थिति मजबूत दिखाई देती है। 2012 में हरबंस कपूर ने 5095 मतों से जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस ने इस बार इस सीट पर सेँध लगाने के लिए अपना प्रत्याशी बदलते हुए सूर्यकांत धस्माना पर दांव खेला है। लेकिन कांग्रेस के दो बागी मनीष बिष्ट और लक्ष्मण सिंह नेगी कांग्रेस उम्मीदवार के लिए मुश्किल खड़ी करते दिखाई दे रहे हैं। दोनों ने ही टिकट के दावेदारों में थे और टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा है।
हालांकि भाजपा यहां पर बगावत से नहीं जूझ रही है लेकिन इस सीट पर निर्दलीय ताल ठोक रहे आम आदमी पार्टी के पूर्व उत्तराखंड संयोजक अनूप नौटियाल इस सीट पर काफी समय से मेहनत कर रहे हैं और मतदाताओं में भरोसा जगाने की कोशिश कर रहे हैं। जाहिर है नौटियाल पर मतदाताओं ने भरोसा किया तो वे भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के वोटरों में सेंध लगाकर हार-जीत के समीकरण को गड़बड़ा जरुर सकते हैं।
बहरहाल जीत किसकी होगी ये तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे लेकिन फिलहाल भाजपा का गढ़ रही इस विधानसभा में इस बार जंग रोचक होने की पूरी उम्मीद है।
पर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़ पर फॉलो करे