हरदा का धामी पर तंज- सपने देखना अच्छी बात है, मुख्यमंत्री जी ने तो विश्वकर्मा को भी पीछे छोड़ दिया है

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हरदा का धामी पर तंज- सपने देखना अच्छी बात है, मुख्यमंत्री जी ने तो विश्वकर्मा को भी पीछे छोड़ दिया है

HARISH

हरदा ने आगे कहा- सपने देखना अच्छी बात है। मुख्यमंत्री जी ने विश्वकर्मा को भी पीछे छोड़ दिया है, द्वारिकापुरी विश्वकर्मा जी ने एक कल्प अर्थात 100 वर्ष में बनाई थी। हमारे मुख्यमंत्री जी तो 5 महीने में ही टिहरी तक टनल पहुंचा दे रहे हैं। काश जरा टिहरी में भ्रमण के दौरान के यह पूछ लिया होता कि पिछले पौने 5 सालों में उनकी सरकार ने टिहरी झील और उसके आस-पास कोई काम आगे बढ़ाया!


 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर से राज्य की धामी सरकार पर तंस कसने के अंदाज में तीखा प्रहार किया है। हरदा ने इस बारे में अपने फेसबुक पेज पर लिखा- वाह टिहरी तक देहरादून से टनल बनेगी, समाचार को विलम्ब से देख पाया। मन कल्पना की उड़ानें पंख लगाकर उड़ने लगा। सतपाल का सी प्लेन भी तभी आएगा जब हरिद्वार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा, हीथ्रो और वाशिंगटन के तर्ज पर!

हरदा ने आगे कहा- सपने देखना अच्छी बात है। मुख्यमंत्री जी ने विश्वकर्मा को भी पीछे छोड़ दिया है, द्वारिकापुरी विश्वकर्मा जी ने एक कल्प अर्थात 100 वर्ष में बनाई थी। हमारे मुख्यमंत्री जी तो 5 महीने में ही टिहरी तक टनल पहुंचा दे रहे हैं। काश जरा टिहरी में भ्रमण के दौरान के यह पूछ लिया होता कि पिछले पौने 5 सालों में उनकी सरकार ने टिहरी झील और उसके आस-पास कोई काम आगे बढ़ाया!

पूर्व सीएम ने कहा- मुख्यमंत्री जी जानते हैं कुछ किया ही नहीं गया। इसलिये एक ऊंची उछाल दे दी है मुख्यमंत्री जी ने। मुख्यमंत्री जी आपसे ऐसी ही उछाल की कल्पना खटीमा के लोग भी कर रहे हैं। जब बना ही रहे हैं, विश्वकर्मा हैं ही आप तो फिर देहरादून से लालढांग-कोटद्वार-रामनगर-सितारगंज-खटीमा हो सके तो टनकपुर तक भी टनल बना दीजिये। गढ़वाल और कुमाऊं के एक बड़े हिस्से की कष्ट कम हो जाएंगे और यदि इतना नहीं भी कर सकते हैं, तो चिल्लरखाल-लालढांग रोड में आपके मंत्री हरक सिंह जी बुरी तरीके से फंसे हुए हैं, वही एक अंडर ग्राउंड रोड बना दीजिये ताकि हरक सिंह जी अपनी बोई हुई मुसीबत से बाहर निकले सकें, क्योंकि चिल्लरखाल सड़क कब की बन गई होती यदि हरक सिंह जी अपनी जिद के कारण पीडब्ल्यूडी को बीच में नहीं लाते, वन विभाग बना ही रहा था। खैर अब जब विश्वकर्मा हैं सामने तो जरा सा हाथ लगा देंगे, तो लालढांग तक टनल बन जाएगी चिल्लर खाल से और आवागमन देहरादून के लिए और सुगम हो जाएगा।

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