राम आएंगे... मीटिंग की शुरुआत राम के नाम के साथ, धामी ने अधिकारियों संग सुना भजन

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राम आएंगे... मीटिंग की शुरुआत राम के नाम के साथ, धामी ने अधिकारियों संग सुना भजन

Ram Dhami

उत्तराखंड में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उमंग का माहौल है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में प्रतिदिन होने वाली सुबह की बैठक की शुरुआत रामभजन सिनकर की। सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ राम भजन सुना।


 

अयोध्या (उत्तराखंड पोस्ट) रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम जन्मभूमि परिसर को सजाने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। प्रभु श्री राम के दर्शन के लिए हर कोई आतुर है।

उत्तराखंड में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उमंग का माहौल है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में प्रतिदिन होने वाली सुबह की बैठक की शुरुआत रामभजन सिनकर की। सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ रामभजन सुना।


 

दो दिन पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर गायक स्वाति मिश्रा का रामभजन शेयर किया था, इसी राम भजन को मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों के साथ सुना।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि उत्तरायणी पर होने वाले कार्यक्रमों को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की थीम पर आयोजित किए जाएं। साथ ही लोगों से अपील की कि वे दीपोत्सव के साथ ही कई आयोजन इस अवधि में करें।

मुख्यमंत्री ने लोगों से प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर घरों में दीपोत्सव की अपील की। साथ ही इस अवधि में कलश यात्राओं के अलावा राम कथा आयोजित करने के साथ ही प्रमुख नदियों के घाटों की साफ-सफाई का अभियान चलाया जाए। इसके अलावा स्कूलों में राम के आदर्शों पर निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। सभी शहरी स्थानीय निकायों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी निकायों को ताकीद किया गया है कि नगरों के आसपास मंदिरों और उसके आसपास स्वच्छता कार्यक्रम चलाएं।

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी रहेंगे मौजूद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। पीएम सुबह 11 बजे तक राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेंगे और तीन घंटे तक परिसर में रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम के साथ पांच अन्य अतिथि मौजूद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के लिए राम मंदिर के ठीक सामने पूर्व दिशा में भव्य यज्ञ मंडप बनकर तैयार हो चुका है।

रामलला की मूर्ति की आंखों से जिस समय पट्टी हटाई जाएगी, उस वक्त गर्भगृह में प्रधानमंत्री मोदी मौजूद रहेंगे। मोदी रामलला को पहली बार दर्पण में उनकी दिव्य झलक दिखाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा के समय गर्भगृह का पर्दा बंद रहता है। पट्टी हटाने के बाद मूर्ति को दर्पण दिखाने का विधान है, जिससे कि सबसे पहले खुद भगवान अपना चेहरा देख सकें। इस विधान का निर्वहन पीएम मोदी करेंगे। रामलला की पहली आरती भी पीएम उतारेंगे।

देश- विदेश के सभी राम भक्त अपने आराध्य श्रीराम के दर्शन कर पाएंगे। हर राम भक्त रामलला के पहले दर्शन करना चाहता है। सभी राम भक्तों के मन में सवाल है कि आखिर रामलला की कौन सी मूर्ति राम मंदिर में विराजमान होगी। प्रभु श्रीराम किस स्वरूप में विराजेंगे।

7 दिन तक चलेगा अभिषेक समारोह- वहीं मंदिर के अधिकारियों के मुताबिक, अभिषेक समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा।

16 जनवरी- मंदिर ट्रस्ट द्वारा नियुक्त यजमान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र प्रायश्चित समारोह का संचालन करेंगे। सरयू नदी के तट पर 'दशविध' स्नान, विष्णु पूजा और गायों को प्रसाद दिया जाएगा।

17 जनवरी- भगवान राम की बाल स्वरूप (राम लला) की मूर्ति लेकर एक जुलूस अयोध्या पहुंचेगा। मंगल कलश में सरयू जल लेकर श्रद्धालु राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे।

18 जनवरी- गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू होंगे।

19 जनवरी- पवित्र अग्नि जलाई जाएगी, इसके बाद 'नवग्रह' की स्थापना और 'हवन' किया जाएगा।

20 जनवरी- मंदिर के गर्भगृह को सरयू जल से धोया जाएगा, जिसके बाद वास्तु शांति और 'अन्नाधिवास' अनुष्ठान होगा।

21 जनवरी- रामलला की मूर्ति को 125 कलशों से स्नान कराया जाएगा और फिर उनको आराम करने दिया जाएगा।

22 जनवरी- सुबह की पूजा के बाद दोपहर में 'मृगशिरा नक्षत्र' में राम लला का अभिषेक किया जाएगा।

राम मंदिर निर्माण में कितना खर्च आया ?

अयोध्या में तैयारियां चल रही हैं तो पूरे देश में भक्ति का माहौल बना हुआ है। इस बीच सबसे ज्यादा लोग ये जानना चाहते हैं कि राम मंदिर कितने रुपए में बनकर तैयार हुआ है।

अयोध्या मे बनने वाले राम मंदिर पर अब तक 900 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। राम मंदिर के लिए लोग खुलकर दान कर रहे हैं और ट्रस्ट को लगातार दान मिल रहा है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कोर्ट के निर्देश पर राम मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन हुआ। नाम है श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट। दान की राशि इसी ट्रस्ट के पास आ रही है और इसी में से भगवान श्रीराम के मंदिर पर होने वाले खर्च का पैसा जा रहा है।

ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी का कहना है कि रामलला के मंदिर निर्माण में जो पैसा खर्च हुआ है, उसके बाद भी अभी करीब 3000 करोड़ रुपए ट्रस्ट के पास बचे हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी ने बताया कि राम मंदिर निर्माण में भगवान कुबेर की विशेष कृपा है। प्रभु राम की कृपा से उनके भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा।

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