सीएम धामी के सुरक्षा गार्ड की मौत की गुत्थी उलझी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये वजह आई सामने
सीएम धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह गन शॉट इंजरी यानी गोली लगने से मौत होना पाया गया है।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ) सीएम धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह गन शॉट इंजरी यानी गोली लगने से मौत होना पाया गया है।
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पुलिस इस मामले की जांच आत्महत्या और हादसा दोनों पहलुओं को लेकर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम की अधिकारिक रिपोर्ट के बाद ही गोली का कोण, दूरी आदि का आंकलन हो सकेगा।
प्रमोद रावत मूल रूप से पौड़ी के रहने वाले थे। वर्ष 2007 में वो पीएसी में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे । 2016 से मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बतौर कमांडो तैनात थे। बताया जा रहा है किबृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के कुमाऊं दौरे से पहले उन्हें चंपावत के लिए निकलना था।प्रमोद के साथी उन्हें फोन कर रहे थे. लेकिन, कोई जवाब नहीं मिलने पर जब एक साथी ने बैरक में जाकर देखा तो वह बेड पर पड़े थे. उनके गले में गोली लगी थी. जबकि राइफल नीचे फर्श पर पड़ी थी।
उनकी मौत के बाद चर्चाएं हुईं कि उन्हें अपने घर भागवत में छुट्टी ना मिलने के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली। जबकि ये सिर्फ अफवाहें निकाली। पुलिस जांच में सामने आया कि उनकी छुट्टी एडवांस में ही 16 जून से मंजूर हो चुकी थी। जिसके बाद एक बार फिर से उनकी मौत को लेकर सावल उठने लगे कि ये हत्या थी या फिर आत्महत्या?
शुक्रवार सुबह प्रमोद के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस में उनके परिजन भी मौजूद रहे। पोस्टमार्टम खत्म होने के बाद उनके परिजन शव लेकर वह पौड़ी रवाना हो गए। पौड़ी में प्रमोद के शव का अंतिम संस्कार कराया गया।
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