उत्तराखंड | मतगणना से पहले हरीश रावत के दावे से सनसनी, क्या है सच्चाई ?
जाहिर है पूर्व सीएम हरीश रावत को ये डर सता रहा है कि ईवीएम सुरक्षित नहीं है और कहीं ईवीएम की सुरक्षा से समझौता तो नहीं हो रहा है। हरीश रावत ने आगे लिखा प्रश्न सत्ता की नियत का है। सत्ता की नियत में यदि खोट हो तो फिर उस पर विश्वास करना कठिन ही नहीं बल्कि घातक हो जाता है।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले बड़ा दावा करके सनसनी फैला दी है। हरीश रावत ने सत्ता की नीयत में खोट का आरोप लगाते हुए गंभीर बात कही है।
दरअसल हरीश रावत ने मतगणना से पहले ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाया है। हरीश रावत ने फेसबुक पेज पर दावा करते हुए लिखा कि जहां परिंदे को भी पर नहीं मारना चाहिए, EVM स्ट्रांग रूम और उसके आस-पास! रायपुर स्टेडियम में मजदूर के वेश में कुछ लोग स्ट्रांग रूम के आस-पास आराम से टहलते, आते-जाते दिखाई दे रहे हैं!
जाहिर है पूर्व सीएम हरीश रावत को ये डर सता रहा है कि ईवीएम सुरक्षित नहीं है और कहीं ईवीएम की सुरक्षा से समझौता तो नहीं हो रहा है। हरीश रावत ने आगे लिखा प्रश्न सत्ता की नियत का है। सत्ता की नियत में यदि खोट हो तो फिर उस पर विश्वास करना कठिन ही नहीं बल्कि घातक हो जाता है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल को पहले चरण में हुआ था और मतगणना 4 जून को होनी है, ऐसे में मतदान के बाद से ही ईवीएम को कड़ी सुरक्षा में स्ट्रांग रुम में रखा गया है लेकिन अब हरीश रावत के ईवीएम के आ पास मजदूर के वेश में कुछ लोगों के टहलने के दावे ने नए विवाद को जन्म दे दिया है।
ये भी जानना जरुरी है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत इस लोकसभा चुनाव में हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और अपने बेटे के चुनाव प्रचार में हरदा ने कोई कसर नहीं छोड़ी, हरदा को भरोसा है कि न सिर्फ हरिद्वार बल्क उत्तराखंड की अन्य लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस उम्मीदवार विजयी होंगे।
बहरहाल मतगणना के दिन 4 जून से पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के दावे पर आपकी क्या राय है कमेंट करके जरुर बताएं।
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