सर्वाइकल कैंसर ने ली पूनम पांडे की जान, डॉक्टर ने बताया इस बीमारी का कारण

  1. Home
  2. Entertainment

सर्वाइकल कैंसर ने ली पूनम पांडे की जान, डॉक्टर ने बताया इस बीमारी का कारण

Poonam

2 फरवरी को सुबह पूनम के इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट किया गया। जिसमें लिखा है- आज की सुबह हमारे लिए बेहद मुश्किल साबित हुई है। हमें ये बताने में बेहद दुख है कि सर्वाइकल कैंसर की वजह से हमने पूनम को खो दिया है। इस दुख की घड़ी में हम आपसे प्राइवेसी की गुजारिश करते हैं।


 

मुंबई (उत्तराखंड पोस्ट) 32 साल की मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडे का निधन हो गया है। उनकी मौत की वजह सर्वाइकल कैंसर बताई जा रही है। इस खबर की पुष्टि पूनम की बहन ने की है। इससे पहले मैनेजर निकिता शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर निधन की जानकारी दी थी। पूनम की मौत उनके होम टाउन कानपुर में हुई है। अंतिम संस्कार भी वहीं होगा।

2 फरवरी को सुबह पूनम के इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट किया गया। जिसमें लिखा है- आज की सुबह हमारे लिए बेहद मुश्किल साबित हुई है। हमें ये बताने में बेहद दुख है कि सर्वाइकल कैंसर की वजह से हमने पूनम को खो दिया है। इस दुख की घड़ी में हम आपसे प्राइवेसी की गुजारिश करते हैं।

2011 में सबसे पहले चर्चा में आई थीं पूनम

पूनम पांडे 2011 में रातों- रात एक बयान की वजह से फेमस हो गई थीं। पूनम ने कहा था कि अगर इंडिया वर्ल्ड कप जीत गई तो वो न्यूड हो जाएंगीं। इंडिया के वर्ल्ड कप जीतने के बाद पूनम के नाम की काफी चर्चा हुई थी।

बतौर मॉडल की थी करियर की शुरुआत

पूनम का जन्म कानपुर में हुआ था। उन्होंने करियर की शुरुआत बतौर मॉडल की थी। इसके बाद उन्होंने 2013 में फिल्म नशा से बॉलीवुड डेब्यू किया था। इसके बाद उन्हें ‘आ गया हीरो' और 'द जर्नी ऑफ कर्मा' जैसी फिल्मों में देखा गया था। 2022 में वो कंगना के शो लॉकअप में बतौर कंटेस्टेंट नजर आई थीं।

सर्वाइकल कैंसर: एक साइलेंट किलर

यह दुखभरी खबर उस वक्त सामने आई है जब एक दिन पहले ही भारत सरकार के अंतरिम बजट 2024 में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर के मुफ्त टीकाकरण की घोषणा हुई थी। यह बीमारी, जिसे अक्सर 'साइलेंट किलर' कहा जाता है, शुरुआत में कोई बड़े लक्षण नहीं दिखाती है।

सर्वाइकल कैंसर के कारण

नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी और रोबोटिक सर्जन और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. पाखी अग्रवाल ने एक खास बातचीत में इस बीमारी के कारण के बारे में बताया- सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशयग्रीवा (cervix या cervix of uterus) में शुरू होता है. बच्चेदानी का मुंह जिसे सर्विक्स कहते हैं, वहां पर होने वाले कैंसर को सर्वाइकल कैंसर कहते हैं। यौन संबंध के जरिए ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) वायरस किसी व्यक्ति के शरीर में दाखिल हो जाता है और इस कैंसर का कारण बनता है. अगर समय रहते इसकी जांच हो जाए तो इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है।

उन्होंने आगे कहा- यह मुख्य रूप से उच्च जोखिम वाले ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के लगातार संक्रमण के कारण होता है। महिला के गर्भाशयग्रीवा में सर्वाइकल कैंसर असामान्य रूप से विकसित होता है। उच्च जोखिम वाले प्रकार के मानव पैपिलोमावायरस (एचपीवी) के साथ लंबे समय तक चलने वाला (लगातार) संक्रमण लगभग सभी गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का कारण बनता है। दो उच्च जोखिम वाले प्रकार, एचपीवी 16 और एचपीवी 18, दुनिया भर में 70% सर्वाइकल कैंसर का कारण बनते हैं। यौन रूप से सक्रिय लगभग सभी लोगों में अपने जीवन में किसी न किसी समय एचपीवी से संक्रमित होने का खतरा रहता है।

आमतौर पर इसके होने की वजह कम उम्र में कई लोगों के साथ सेक्शुअल रिलेशनशिप बनाना हो सकता है। नियमित जांच, जैसे पैप स्मीयर या एचपीवी परीक्षण गर्भाशय ग्रीवा की असामान्यताओं और कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए जरूरी है।

GLOBOCAN 2020 के अनुसार, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने भारत में 123,907 नए सर्वाइकल कैंसर के मामलों और 77,348 मौतों का अनुमान लगाया है। पैप स्मीयर या एचपीवी परीक्षणों के साथ नियमित जांच से कैंसर का पता लगाया जा सकता है, जिससे कैंसर की रोकथाम संभव हो सकती है।वैक्सीन कब लगवाएं

प्रिया अग्रवाल ने बताया, ''इससे बचने के लिए 9 से 26 साल की उम्र तक वैक्सीन करा लेनी चाहिए। बेहतर है कि यौन संबंध बनने से पहले वैक्सीन लग जाए, इसके अलावा 45 साल की महिलाएं भी ये वैक्सीन लगवा सकती हैं लेकिन बेहतर रहेगा कि पहले वो जांच भी करवा लें, इससे ज्यादा सुरक्षा मिलती है।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे