महाकुंभ में पहली बार तीन पीठ के शंकराचार्यों ने एक साथ किया अमृत स्नान

मौनी अमावस्या पर सबसे पहले तीनों शंकराचार्य अरैल वी आई पी घाट से नाव के रास्ते से होते हुए संगम पहुचे और सबसे पहले संगम में डुबकी लगाई। उसके बाद सुरू हुआ साही स्नान। उनके साथ में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार भी रहे। उन्होंने भी संगम में अमृत स्नान किया।
प्रयागराज (उत्तराखंड पोस्ट) महाकुंभ का आज (29 जनवरी) 17वां दिन है। मौनी अमावस्या पर सबसे पहले तीन शंकराचार्यों ने अमृत स्नान किया। अब साधु-संत छोटे-छोटे ग्रुप में अपने इष्टदेव के साथ सांकेतिक रूप से संगम स्नान कर रहे हैं।
मौनी अमावस्या पर सबसे पहले तीनों शंकराचार्य अरैल वी आई पी घाट से नाव के रास्ते से होते हुए संगम पहुचे और सबसे पहले संगम में डुबकी लगाई। उसके बाद सुरू हुआ साही स्नान। उनके साथ में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार भी रहे। उन्होंने भी संगम में अमृत स्नान किया।
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इससे पहले तड़के अखाड़ों के साधु-संत अमृत स्नान के लिए निकले थे। इस बीच, भगदड़ के बाद संगम पर हालात बेकाबू हो गए। प्रशासन ने तुरंत अखाड़ों से अपील की- स्नान के लिए न जाएं। साधु-संतों ने बैठक की। पहले तय हुआ कि अखाड़ों के साधु-संत मौनी अमावस्या पर स्नान नहीं करेंगे लेकिन बाद में सबसे पहले तीन शंकराचार्यों ने अमृत स्नान किया फिर अखाड़ों के साधु-संत अमृत स्नान के लिए निकले।
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