IAS पूजा खेडकर विवाद पर IPS प्राची सिंह ने लगाई लताड़, कहा- नौकरी करनी है तो अपने दम पे करो, कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे

प्राची सिंह ने आगे लिखा है कि कुछ लोग हर प्रकार से समृद्ध होने के बावजूद भी OBC क्रीमी लेयर का भरपूर फ़ायदा उठा रहे हैं। इस पर उन्होंने कडी आपत्ति जातते हुए कहा है कि आप लोग को शर्म आनी चाहिए। नौकरी करनी है, तो अपने दम पे करो, कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे।
लखनऊ (उत्तराखंड पोस्ट) यूपी कैडर की एक आईपीएस अधिकारी ने पूजा खेडकर मामले में टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यूपीएससी कोटे का इस्तेमाल करने वाले अभ्यर्थियों की जमकर लताड़ लगाई है. उन्होंने ऐसे लोगों को अपने दम पर नौकरी करने की नसीहत भी दी है।
कब तक दूसरे का हक खाओगे?
पूजा खेडकर विवाद पर टिप्पणी करने वाली इस आईपीएस अधिकारी का नाम प्राची सिंह है। प्राची सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि ‘कई UPSC candidates EWS/PH इत्यादि का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर अनुचित लाभ लेकर सर्विस में आ रहे हैं। उन्होंने इस तरह के फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी लेने वालों पर जमकर निशाना साधा है।
प्राची सिंह ने आगे लिखा है कि कुछ लोग हर प्रकार से समृद्ध होने के बावजूद भी OBC क्रीमी लेयर का भरपूर फ़ायदा उठा रहे हैं। इस पर उन्होंने कडी आपत्ति जातते हुए कहा है कि आप लोग को शर्म आनी चाहिए। नौकरी करनी है, तो अपने दम पे करो, कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे।
कई UPSC candidates EWS/PH इत्यादि का फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बनवाकर अनुचित लाभ लेकर सर्विस में आ रहे हैं,कुछ लोग हर प्रकार से समृद्ध होने के बावजूद भी OBC क्रीमी लेयर का भरपूर फ़ायदा उठा रहे हैं।आप लोग को शर्म आनी चाहिए। नौकरी करनी है तो अपने दम पे करो,कब तक दूसरों का हक़ खाते रहोगे ।
— Prachi Singh (@prachiIPS) July 16, 2024
आईपीएस प्राची सिंह की पोस्ट काफी वायरल हो रही है। प्राची ने इस पोस्ट के रिप्लाई में लिखा है कि ये मेरे पर्सनल विचार हैंए बुरा मानने की आवश्यकता नहीं, बाकी जो सच है वो सच है।
कौन हैं आईपीएस प्राची सिंह
आईपीएस प्राची सिंह 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। मूल रूप से फतेहपुर की रहने वाली हैं, लेकिन उनका जन्म कानपुर में हुआ है। उनके पिता राम सिंह गौतम भी पीसीएस अधिकारी हैं वहीं उनकी मां उषा सिंह तीन विषयों में एमए हैं। प्राची सिंह लखनऊ में भी रह चुकी हैं। वर्तमान में वह सिद्धार्थ नगर जिले की एसपी हैं।
मेरे पर्सनल विचार हैं । बुरा मानने की आवश्यकता नहीं है । बाक़ी जो सच है वो सच है ।
— Prachi Singh (@prachiIPS) July 16, 2024
Stop misguiding government and moreover stop misguiding yourself.
कौन हैं पूजा खेडकर
पूजा खेडकर नौकरशाहों और राजनेताओं के परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पूजा के पिता दिलीपराव खेडकर महाराष्ट्र पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रिटायर्ड अधिकारी हैं। नाना जगन्नाथ बुधवंत वंजारी समुदाय के पहले आईएएस अफसर थे। पूजा की मां मनोरमा भलगांव की सरपंच हैं।
पूजा ने पुणे के श्रीमती काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। बाद में 2021 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा 841 वीं रैंक के साथ उत्तीर्ण की। ट्रेनिंग के बाद इसी वर्ष जून 2024 में उन्हें पुणे कलेक्टर आफिस में पहली नियुक्ति मिली। हालांकि पहली ही नियुक्ति में ट्रेनिंग के दौरान उन पर जांच बैठ गई और इसी बीच उनका ट्रांसफर कर दिया गया।
दरअसल, पूजा पर आरोप है कि दफ्तर ज्वाइन करने से पहले ही उन्होंने अनुचित मांगे शुरू कर दी। कलेक्ट्रेट के कई अफसरों ने इस संबंध में कलेक्टर के पास लिखित शिकायत दी है। जिसके बाद पुणे के डीएम सुहास दिवसे ने मुख्य सचिव से उनकी शिकायत की।
पूजा पर लगे आरोप
पूजा खेडकर पर आरोप है कि ट्रेनिंग पीरियड के दौरान उन्होंने सरकारी आवास, स्टाफ, गाड़ी और दफ्तर में अलग केबिन की मांग की।
अपनी निजी ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का लोगो लगाया।
उन्होंने चोरी के आरोप में गिरफ्तार एक ट्रांसपोर्टर को छोड़ने के लिए डीसीपी रैंक के अधिकारी पर दबाव बनाया।
उन्होंने आईएएस बनने के लिए झूठे दस्तावेज का इस्तेमाल करते हुए यूपीएससी के फार्म में खुद को ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर बताया।
पूजा ने विकलांगता श्रेणी के तहत यूपीएससी का आवेदन पत्र भरा था। दावा किया गया कि वह 40 फीसदी दृष्टिबाधित हैं और किसी मानसिक बीमारी से जूझ रही हैं। हालांकि मेडिकल के दौरान वह हर बार नहीं पहुंची।
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