PM मोदी ने इन 6 राज्यों को दिया सस्ते घर का तोहफा, लाइट हाउस प्रोजेक्ट की रखी नींव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए साल के पहले दिन शहरों में रहने वाले गरीब लोगों के लिए घर की सौगात दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को छह राज्यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया के तहत लाइट हाउस (एलएचपी ) परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए साल के पहले दिन शहरों में रहने वाले गरीब लोगों के लिए घर की सौगात दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को छह राज्यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया के तहत लाइट हाउस (एलएचपी ) परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
एलएचपी के तहत केंद्र सरकार छह शहरों- इंदौर, चेन्नै, रांची, अगरतला, लखनऊ और राजकोट में 1,000-1000 से अधिक मकानों का निर्माण करेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा आज मध्यम वर्ग के लिए घर बनाने के लिए देश को नई तकनीक मिल रही है। ये 6 लाइट हाउस प्रोजेक्ट देश को आवास निर्माण की दिशा में राह दिखाएंगे। पीएम ने कहा कि ये को ऑपरेटिव फेडरलिज्म की मिसाल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये लाइट हाउट प्रोजेक्ट आधुनिक तकनीक से बनेंगे। ये ज्यादा मजबूत होंगे और गरीबों को सुविधाजनक और आरामदायक घर मिलेगा। पीएम ने कहा था कि एक समय था जब निर्माण सरकार की प्राथमिकता में नहीं था, लेकिन इसे बदला गया। पीएम ने कहा कि आवास निर्माण को भी स्टार्ट अप की तरह चुस्त दुरूस्त रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत देश के 6 शहरों में 365 दिनों में 1 हजार मकान बनेंगे। पीएम ने कहा कि इसका मतलब ये है कि रोजाना ढाई से तीन मकान बनेंगे। उन्होंने इंजीनियर, विद्यार्थियों और प्रोफेसरों से अपील की कि वे इन साइटों पर जाएं और इन प्रोजेक्ट का अध्ययन करें।
पीएम ने इन सभी प्रोजेक्ट के लिए विदेशी तकनीक का सहारा लिया गया है, आप इसका अध्ययन करें और ये देखें कि क्या ये भारत के लिए सही है या फिर इसमें कुछ सुधार की गुंजाइश है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले तक घर खरीदने वालों की बुरी हालत हुआ करती थी। घर के सपने को साकार करना मुश्किल काम था. पैसा दे देने पर भी मकान नहीं मिलता था। मकान खरीदने वाला पैसा चुका देता था और घर मिलने का इंतजार करता रहता था।
इस प्रोजेक्ट में खास तकनीक का इस्तेमाल कर सस्ते और मजबूत मकान बनाए जाते हैं. इस प्रोजेक्ट में फैक्टरी से ही बीम-कॉलम और पैनल तैयार कर घर बनाने के स्थान पर लाया जाता है, इसका फायदा ये होता है कि निर्माण की अवधि और लागत कम हो जाती है. इसलिए प्रोजेक्ट में खर्च कम आता है. इस प्रोजेक्ट के तहत बने मकान पूरी तरह से भूकंपरोधी होंगे.
लाइट हाउस प्रोजेक्ट में तकनीक का सर्वोत्तम रूप दिखेगा, जिसका इस्तेमाल जनकल्याण के लिए किया जाता है। इस कार्यक्रम को त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड और गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने भी संबोधित किया।
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