सर्जिकल स्ट्राइक पर पीएम मोदी ने किए कई खुलासे, कमांडोज को दिए थे ये निर्देश
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार मिलिटरी ऐक्शन की विस्तृत जानकारियों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कमांडोज की सुरक्षा को देखते हुए दो बार हमले की योजना की तारीखों को बदल दिया गया था। बता दें कि कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार मिलिटरी ऐक्शन की विस्तृत जानकारियों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कमांडोज की सुरक्षा को देखते हुए दो बार हमले की योजना की तारीखों को बदल दिया गया था। बता दें कि कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के 20 जवानों की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।
पीएम मोदी ने कहा, ‘उरी में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के कई जवानों को जिंदा जला दिया गया था। इसकी वजह से मेरे साथ-साथ भारतीय सेना के जवान भी बहुत गुस्से में थे, जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई गई।’
सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया, ‘मैंने उन्हें साफ निर्देश दिए थे कि आपको सफलता मिलती है या आप असफल भी रहते हैं। इन सबके बारे में मत सोचिएगा लेकिन सूर्योदय से पहले वापस लौट आइएगा। बेवजह के किसी उम्मीद में मत फंसिएगा और न ही इसे आगे बढ़ाइएगा।’ जोर देते हुए उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि ऑपरेशन के दौरान कोई भी सैनिक शहीद हो, इसके लिए साफ तौर पर निर्देश थे कि यदि वह असफल भी होते हैं तो वे सूर्योदय से पहले वापस लौट आएं।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi recounts the series of events during surgical strike after Uri attack. #PMtoANI pic.twitter.com/M79iBF8ZzO
— ANI (@ANI) January 1, 2019
पीएम मोदी ने इस बात का भी जिक्र किया कि इस खतरनाक ऑपरेशन पर उन्होंने रात भर नजर रखी और पल-पल की जानकारी हासिल करते रहे। वह बताते हैं, ‘मैं जानता हूं कि यह एक बड़ा रिस्क था। मुझे किसी भी पॉलिटिकल रिस्क की चिंता कभी नहीं थी। मेरी सबसे बड़ी फिक्र सैनिकों की सुरक्षा थी।’ प्रधानमंत्री ने बताया कि ऑपरेशन के लिए कमांडोज के चुनाव में सतर्कता बरतने के साथ ही उनकी स्पेशल ट्रेनिंग समेत उन्हें किन हथियारों का की जरूरत है आदि का इंतजाम किया गया।
मोदी कहते हैं, ‘वह पूरे समय इस बात को लेकर चिंतित थे कि एलओसी के उस पार उनके सैनिक थे और तब हालत ज्यादा चिंताजनक हो गई जब सुबह के वक्त में एक घंटे के लिए जानकारियों का आदान-प्रदान रुक गया।’ वह बताते हैं, ‘सुबह के वक्त, सूचनाओं का क्रम तकरीबन एक घंटे तक के लिए बंद हो गया। इस दौरान मेरी चिंता बढ़ गई। यहां तक सूर्योदय को एक घंटा बीत चुका था। वह मेरे लिए बहुत मुश्किल वक्त था…तभी खबर मिली की वे अभी वापस नहीं लौटे हैं लेकिन दो-तीन यूनिट्स सुरक्षित जगहों पर पहुंच गई थीं तो घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन मैंने कहा जब तक आखिरी सैनिक तक वापस नहीं आ जाता है तब तक सबकुछ ठीक नहीं है।’
इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे जवानों का हौसला बरकरार रखने के लिए पाकिस्तान के साथ इस अंदाज में बातचीत जरूरी थी। हैरानी वाली बात तो यह है कि जो पाकिस्तान की ओर से कहा जा रहा था, वहीं यहां पर भी कहा गया। इसकी वजह से पाकिस्तान के दावों को दम मिला।’ उन्होंने बताया, ‘देश को इस बारे में सूचना मिलने से पहले ही पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक की चर्चा शुरू कर दी थी।’
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