महाकुंभ हादसे से दुखी किसान पीठाधीश्वर शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने नहीं किया शाही स्नान

3 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ में जहां अखाड़ों के साधु-संतों के साथ आम जनता आस्था की डुबकी लगी रही थी वहीं किसान देवता मंदिर के किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने अमृत स्नान नहीं किया।
प्रयागराज (उत्तराखंड पोस्ट) प्रयागराज महाकुंभ में हुए दुखद हादसे में लोगों की जान जाने की वजह से विश्व के पहले किसान देवता मंदिर के किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान नहीं करने का फैसला लिया।
3 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ में जहां अखाड़ों के साधु-संतों के साथ आम जनता आस्था की डुबकी लगी रही थी वहीं किसान देवता मंदिर के किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने अमृत स्नान नहीं किया।
किसान देवता मंदिर के किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने कहा कि इस समय कुम्भ मेला क्षेत्र में जो भी रह रहे हैं वह सब अब इस समय अपना एक परिवार है। इतनी बड़ी घटना हो गई है इसलिए इस बार अमृत स्नान नहीं किया।
आपको बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में सेक्टर 15 में मुक्ति मार्ग पर किसा देवता मंदिर का शिविर लगा हुआ है और हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु किसान देवता के मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
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