कैसे और क्यों जलपरी बन गई इंग्लैंड की टीचर? दिलचस्प है मॉस ग्रीन की कहानी

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कैसे और क्यों जलपरी बन गई इंग्लैंड की टीचर? दिलचस्प है मॉस ग्रीन की कहानी

Jalpari

मेट्रो वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो ऐसा काम कर रही हैं जो उन्हें पसंद है, उन्हें इस बात का कोई अफसोस नहीं कि उन्होंने टीचर के अपने प्रोफेशन को छोड़कर इस काम को चुना। 33 साल की मॉस डीवॉन की रहने वाली हैं पर 2016 में इंग्लिश टीचर की नौकरी जॉइन करने के लिए सिसिली शिफ्ट हो गई थीं।


 

ब्रिटेन (उत्तराखंड पोस्ट) इंग्लैंड की एक महिला जो कि एक टीचर थी और बच्चों को पढ़ाती थी, पर न जाने उसे क्या सूझा कि वो अपनी अच्छीखासी नौकरी छोड़कर जलपरी बनने निकल गई।

जी हां, इंग्लैंड की मॉस ग्रीन (Moss Green) एक जलपरी हैं। दरअसल ये कोई असली की जलपरी नहीं, बल्कि जलपरी बनने का काम करती है और इसी से पैसे कमाती हैं।

मेट्रो वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो ऐसा काम कर रही हैं जो उन्हें पसंद है, उन्हें इस बात का कोई अफसोस नहीं कि उन्होंने टीचर के अपने प्रोफेशन को छोड़कर इस काम को चुना। 33 साल की मॉस डीवॉन की रहने वाली हैं पर 2016 में इंग्लिश टीचर की नौकरी जॉइन करने के लिए सिसिली शिफ्ट हो गई थीं।

जलपरी बनने का आइडिया उन्हें एक आदमी को देखकर आया जो मरमैन (पुरुष जो जलपरी बनते हैं) बनने का काम करता था। शांत बीच पर उस शख्स को देखकर मॉस को बहुत अच्छा लगा और उसी वक्त उन्होंने सोच लिया कि वो भी यही काम करेंगी। मर्मेड बनना उनके लिए नई हॉबी जैसी बन गई और उस काम को वो अकेले भी कर सकती थीं।

मर्मेडिंग एक प्रोफेशन है जिसमें लड़कियां जलपरी की तरह खास कॉस्ट्यूम पहनती हैं और फिर पानी के अंदर देर तक सांस रोकने की प्रैक्टिस करती हैं। इसके अलावा पानी में अलग-अलग ट्रिक्स कर के दिखाती हैं।

उन्होंने कहा कि उन्हें मर्मेडिंग इतना पसंद आने लगी है कि वो इस काम को नहीं छोड़ना चाहती हैं। इस काम से उन्हें उतने रुपये नहीं मिलते, जितने पहले टीचिंग में मिला करते थे, पर मॉस को बिल्कुल भी अफसोस नहीं है, वो अपने काम को एंजॉय कर रही हैं।

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