बढ़ रही है घटनाएं, स्मार्टफोन ब्लॉस्ट न हो जाए! स्मार्ट बनिए, गलती से भी न करें ये काम

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बढ़ रही है घटनाएं, स्मार्टफोन ब्लॉस्ट न हो जाए! स्मार्ट बनिए, गलती से भी न करें ये काम

Mobile Blast

मोबाइल ब्लास्ट होने की कई वजहें हो सकती हैं। बढ़ते तापमान की वजह से गर्मियों के महीनों में ऐसी घटनाएं होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में स्मार्टफोन यूजर्स को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।


 

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। अपने काम के साथ-साथ सोशल मीडिया का इस्तेमाल और अब तो पढ़ाई, मीटिंग के लिए भी स्मार्टफोन का जमकर उपयोग हो रहा है

बीते कुछ समय से स्मार्टफोन फटने, फोन में आग लगने की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है, इस वजह  से कोई लोग ने न सिर्फ अपनी जान गंवाई है बल्कि कई लोग गंभीर रुप से झुलस तक गए हैं। हाल ही में ओडिशा के कटक जिले में मोबाइल फोन में ब्लास्ट होने से 5 वर्षीय बच्चा झुलस गया। इससे पहले मार्च के महीने में उत्तरप्रदेश के मेरठ में चार्जिंग के दौरान मोबाइल में ब्लास्ट होने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि बच्चों के माता-पिता गंभीर रूप से घायल हो गए।

मोबाइल ब्लास्ट होने की कई वजहें हो सकती हैं। बढ़ते तापमान की वजह से गर्मियों के महीनों में ऐसी घटनाएं होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में स्मार्टफोन यूजर्स को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।

आखिर कैसे हम इन घटनाओं से बच सकते हैं या इसे अपने स्मार्टफोन के साथ होने से रोक सकते हैं, ये जानना जरुरी हो जाता है।

एक्सपर्टस बताते हैं कि स्मार्टफोन में ब्लास्ट के ज्यादातर मामले बैटरी से संबंधित होते हैं। स्मार्टफोन को कई घंटे चार्जिंग पर लगाकर छोड़ने के कारण बैटरी ओवरचार्ज हो जाती है। जो स्मार्टफोन के फटने की एक बड़ी वजह है। इसके अलावा फोन के लंबे समय तक धूप के संपर्क में आने से भी बैटरी गर्म पड़कर फट सकती है।

स्मार्टफोन में लीथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है। यह रिचार्जेबल बैटरी होती है। स्मार्टफोन की बैटरी लीथियम कोबाल्ट ऑक्साइड से बनी होती है। इस वजह से इसमें एनर्जी डेंसिटी ज्यादा होती है। जब इन्हें चार्ज किया जाता है, तो यह काफी गर्मी रिलीज करती है। साथ ही हर बैटरी को चार्ज करने की एक क्षमता होती है। जब बैटरी को क्षमता से अधिक वॉट के चार्जर से चार्ज किया जाता है तो बैटरी हीट होने लगती है। इससे मोबाइल फोन के इंटरनल मदरबोर्ड में शॉर्ट सर्किट हो सकता है और ब्लास्ट हो सकता है।

एक्सपर्ट की मानें तो फुल चार्ज करने से ही नहीं, बल्कि पूरी तरह डिस्चार्ज होने पर भी स्मार्टफोन की बैटरी की क्षमता कम होती है। इसलिए हमेशा अपने स्मार्टफोन को 20% से 80% के बीच चार्ज करना बेहतर है।

स्मार्टफोन को ब्लास्ट से बचाने के लिए सबसे जरूरी है बैटरी की सेफ्टी रखना क्योंकि बैटरी की ओवरहीटिंग ब्लास्ट होने के प्रमुख कारणों में से एक है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स मोबाइल को रात में सोते समय चार्ज पर न लगाने की सलाह देते हैं।

आजकल अधिकांश स्मार्टफोन ऐसे आ गए हैं जो ज्यादा गर्म होने पर आपको चेतावनी देते हैं। कई बार आपने देखा होगा कि स्क्रीन पर ओवरहीटिंग का अलर्ट आता है और फोन काम करना बंद कर देता है। इन संकेतों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।

अगर फोन चलाते समय गर्म हो रहा है तो सबसे पहले फोन के पीछे से बैक कवर हटा दें, ताकि बैटरी का हिस्सा नॉर्मल हवा के संपर्क में आने से ठंडा हो सके। इसके बाद बैकग्राउंट में चल रहे मल्टीपल ऐप्स, ब्लूटूथ, वाई-फाई जैसी सर्विस को ऑफ करके कुछ मिनटों के लिए स्मार्टफोन को एयरप्लेन मोड पर कर दें। इसके अलावा स्मार्टफोन को कुछ देर के लिए स्विच ऑफ भी कर सकते हैं।

अपने फोन को ठंडी, छायादार जगह पर ले जाएं क्योंकि फोन 0 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान पर सबसे अच्छा काम करता है। इससे ज्यादा तापमान होने पर फोन के प्रदर्शन और हार्डवेयर पर असर पड़ सकता है। ज्यादा गर्म होने वाले फोन को कुछ देर के लिए पंखे के सामने भी रख सकते हैं।

इन बातों का ध्यान रखकर आप काफी हद तक अपने स्मार्टफोन के साथ ही खुद को सुरक्षित रख सकते हैं इसलिए कोशिश कीजिए कि इन बातों का ख्याल रखें और किसी भी दुर्घटना से बचें। 

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