मां कात्यायनी की आराधना से नष्ट होते हैं भक्तों के रोग, शोक, संताप और भय
नवरात्रि में छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। कात्य गोत्र में महर्षि कात्यायन ने भगवती पराम्बा की उपासना की। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट महर्षि की इच्छा थी कि उन्हें पुत्री प्राप्त हो। तब मां भगवती ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म
नवरात्रि में छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। कात्य गोत्र में महर्षि कात्यायन ने भगवती पराम्बा की उपासना की। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट
महर्षि की इच्छा थी कि उन्हें पुत्री प्राप्त हो। तब मां भगवती ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लिया। इसलिए यह देवी कात्यायनी कहलाईं।
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