उत्तराखंड | जंगल की आग 4 कर्मचारियों के लिए बनी काल, धामी ने लिया बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर बिन्सर वन्यजीव विहार की वनाग्नि पर तत्काल नियंत्रण के लिए वायु सेना की मदद से पूर्व की भाँति प्रभावित वन क्षेत्र पर हेलिकॉप्टर व अन्य आवश्यक संसाधनों का उपयोग कर पानी का छिड़काव करने व आग पर अतिशीघ्र काबू पाने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में गुरुवार को अल्मोड़ा में स्थित बिन्सर अभ्यारण के जंगल में भीषण आग लगने से आग बुझाने के लिए गई टीम इसकी चपेट में आ गई। वनाग्नि की इस घटना में चार पीआरडी के जवान और फायर वाचरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि चार गंभीर रूप से झुलस गए। गंभीर रूप से झुलसे कर्मचारियों में से एक को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर बिन्सर वन्यजीव विहार की वनाग्नि पर तत्काल नियंत्रण के लिए वायु सेना की मदद से पूर्व की भाँति प्रभावित वन क्षेत्र पर हेलिकॉप्टर व अन्य आवश्यक संसाधनों का उपयोग कर पानी का छिड़काव करने व आग पर अतिशीघ्र काबू पाने के निर्देश दिए हैं।
धामी के निर्देश के बाद शुक्रवार को सरकार और वन विभाग ने भारतीय वायु सेना के एमआई 17 के हेलिकॉप्टर की मदद से भीमताल झील से पानी उठाकर अल्मोड़ा के बिनसर अभयारण्य के जंगल में डालने का काम शुरू कर दिया है।
वहीं धामी ने कहा कि बिन्सर वन्यजीव विहार में वनाग्नि की चपेट में आने से 4 वनकर्मियों के निधन का अत्यंत हृदयविदारक समाचार प्राप्त हुआ। इस दुख की घड़ी में हमारी सरकार दिवंगतों के परिजनों के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता हेतु प्रतिबद्ध है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख की अनुग्रह धनराशि देने की घोषणा की है। घायल वनकर्मियों को तत्काल एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी बेस अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दे दिए हैं। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
नैनीताल से बीजेपी के लोकसभा सांसद अजय भट्ट ने भी इस घटना पर दुख जताया है। भट्ट ने कहा अल्मोड़ा जिले के बिन्सर वन्यजीव विहार में जंगल में आग की चपेट में आने से चार वन कर्मियों के निधन का बेहद दुखद समाचार मिला। और चार घायल वनकर्मियों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
मैं इस हृदय विदारक घटना में दिवंगत हुए वनकर्मियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और परिवार को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। साथ ही घायल वनकर्मियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
बिन्सर में क्या हुआ ?
गुरुवार को अल्मोड़ा जिले में स्थित बिंसर अभ्यारण के जंगल में अज्ञात लोगों द्वारा आग लगा दी गई। आग लगने की सूचना वन विभाग की टीम को मिली और वह आग बुझाने के लिए मौके की ओर रवाना हुई। मौके पर पहुंचने के बाद फायर वाचर और पीआरडी के जवानों को जंगल की आग ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। फायर वाचरों और पीआरडी के जवानों ने आग से बचने की काफी कोशिश की। लेकिन वह आग की लपटों से अपने आप को बचा नहीं पाए।
वनाग्नि की इस घटना में आग बुझाने गए वन बीट अधिकारी बिंसर रेंज त्रिलोक सिंह मेहता (40 )पुत्र नारायण सिंह, निवासी उडलगांव बाड़ेछीना, दैनिक श्रमिक दीवान राम (35) पुत्र पदी राम, निवासी ग्राम सौड़ा, कपड़खान, फायर वाचर करन आर्या (21) साल पुत्र बिशन राम निवासी कफड़खान और पीआरडी जवान पूरन सिंह (50) साल पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम कलौन की मौके पर ही मौत हो गई।
जबकि फायर वाचर कृष्ण कुमार (21) पुत्र नारायण राम निवासी ग्राम भेटुली, पीआरडी जवान कुंदन सिंह नेगी (44) पुत्र प्रताप नेगी निवासी ग्राम खांखरी वाहन चालक भगवत सिंह भोज (38) पुत्र बची सिंह निवासी ग्राम भेटुली,दैनिक श्रमिक कैलाश भट्ट (54) पुत्र बद्रीदत्त भट्ट निवासी ग्राम धनेली, अल्मोड़ा गंभीर रूप से झुलस गए। वन विभाग के अधिकारियों को टीम के जंगल में फंसे होने की जानकारी मिली तो वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू कर चार कर्मचारियों को जंगल की आग के बीच से बाहर निकाल कर उपचार के लिए बेस अस्पताल अल्मोड़ा लेकर आए। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने कृष्ण कुमार और कुंदन नेगी को हल्द्वानी के एसटीएच रेफर कर दिया।
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