बागेश्वर उपचुनाव | बीजेपी-कांग्रेस ने घोषित किए प्रत्याशी, जानिए किसका पलड़ा भारी ?

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बागेश्वर उपचुनाव | बीजेपी-कांग्रेस ने घोषित किए प्रत्याशी, जानिए किसका पलड़ा भारी ?

BJP Congress

2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट से मैदान में उतरे बसंत कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के चंदन राम दास को 32, 211 वोट मिले तो कांग्रेस के रंजीत दास को कुल 20, 070 वोट मिले।


 

देहरादून/ बागेश्वर (उत्तराखंड पोस्ट) बागेश्वर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है। 5 सितंबर को मतदान होना है तो 8 सितंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे।

भारतीय जनता पार्टी ने बागेश्वर उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने सहानुभूति कार्ड खेलते हुए स्व. चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास को अपने उम्मीदवार बनाया है।

पार्वती दास को बीजेपी कैंडिडेट घोषित होने के बाद उन कयासों पर विराम लग गया है कि बीजेपी दो दिन पहले पार्टी में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रंजीत दास को टिकट दे सकती है।

वहीं कांग्रेस ने भी बागेश्वर उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने रंजीत दास के बीजेपी में शामिल होने के बाद आम आदमी पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए बसंत कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है।

बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट से मैदान में उतरे बसंत कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के चंदन राम दास को 32, 211 वोट मिले तो कांग्रेस के रंजीत दास को कुल 20, 070 वोट मिले।

इस तरह चंदन राम दास ने कांग्रेस के रंजीत दास को 12, 141 वोटों से हराया। वहीं तीसरे नंबर पर आप के बसंत कुमार रहे थे, उन्होंने 16, 109 वोट हासिल कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था लेकिन बाजी चंदन राम दास ने मारी।

बीजेपी ने चंदन राम दास की पत्नी को टिकट देकर सहानुभूति कार्ड खेला है ताकि सहानुभूती की लहर में बीजेपी उपचुनाव में आसानी से विजय हासिल कर सके, जिसके संभावना भी बनती दिख रही है तो वहीं कांग्रेस ने रंजीत दास के रुप में बड़ा झटका खाने के बाद भी भले ही पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को निराश करते हुए एक दिन पहले आप से कांग्रेस में शामिल हुए बसंत कुमार को मैदान में उतारकर मुकाबला कड़ा करने की कोशिश की है लेकिन रंजीत दास का ऐन मौके पर पार्टी छोड़ना और पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी करना कांग्रेस को भारी पड़ सकता है।

बसंत कुमार की 2022 की परफॉर्मेंस को देखते हुए कहा जा सकता है कि बागेश्वर उपचुनाव से पहले कांग्रेस को रंजत दास ने भले ही बड़ा झटका दे दिया हो लेकिन उपचुनाव में मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है।

आपको बता दें कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बागेश्वर उप चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। यह सीट विधानसभा सदस्य व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की मृत्यु के बाद रिक्त घोषित की गई थी।

नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 17 अगस्त है। 21 अगस्त को नाम वापस लिए जा सकते हैं। इसके बाद पांच सितंबर को मतदान व आठ सितंबर को मतगणना होगी।

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