जोशीमठ में असुरक्षित भवनों को गिराने का अभियान आज से शुरू, सबसे पहले टूटेगा होटल मलारी

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जोशीमठ में असुरक्षित भवनों को गिराने का अभियान आज से शुरू, सबसे पहले टूटेगा होटल मलारी

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जोशीमठ को लेकर धामी सरकार ने सोमवार को आदेश दिया था कि जिन भवनों में दरारें आ चुकी हैं और जर्जर हो चुके हैं, उन्हें शीघ्र ध्वस्त किया जाए ताकि वे भवन और अधिक नुकसान न करें। अब मंगलवार से इन असुरक्षित भवनों को गिराने का अभियान शुरू हो गया है। 



जोशीमठ (उत्तराखंड पोस्ट)
जोशीमठ को लेकर धामी सरकार ने सोमवार को आदेश दिया था कि जिन भवनों में दरारें आ चुकी हैं और जर्जर हो चुके हैं, उन्हें शीघ्र ध्वस्त किया जाए ताकि वे भवन और अधिक नुकसान न करें। अब मंगलवार से इन असुरक्षित भवनों को गिराने का अभियान शुरू हो गया है। 

सबसे पहले होटल मलारी इन को तोड़ा जा रहा है। मौके पर एसडीआरएफ तैनात किया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट की जा रही है। इस दौरान 60 मजदूरों के साथ ही दो जेसीबी, एक बड़ी क्रेन और दो टिप्पर ट्रक मौजूद रहेंगे। विशेषज्ञों ने होटल मलारी इन और होटल माउंट व्यू को असुरक्षित घोषित किए जाने के बाद ध्वस्त करने का फैसला किया था।

होटल मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि मुझे केंद्र और राज्य सरकार से बहुत तकलीफ है। ये होटल जनहित में तोड़ा जा रहा है कोई बात नहीं मैं प्रशासन के साथ हूं। बस मुझे नोटिस देना चाहिए और मेरा आर्थिक मूल्यांकन कर देना चाहिए, मैं यहां से चला जाऊंगा। मेरा आग्रह है आर्थिक मूल्यांकन किया जाए।

आपको बता दें कि केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के वैज्ञानिकों की देखरेख में लोनिवि की टीम भवनों को ढहाने का काम करेगी।असुरक्षित भवनों पर लाल निशान लगा दिए गए हैं। जोशीमठ शहर में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक कुल 678 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं। सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था। आज इन दोनों होटलों से भवनों को ढहाने की शुरुआत हो रही है।

आपदा प्रबंधन सचिव डॉ.रंजीत सिन्हा के मुताबिक, उन सभी भवनों को सिलसिलेवार गिराया जाएगा, जिनमें दरारें आ चुकी हैं। सबसे पहले असुरक्षित भवन गिराए जाएंगे। भवनों को गिराने के लिए विस्फोटकों की मदद नहीं ली जाएगी। सीबीआरआई के वैज्ञानिकों की देखरेख में लोनिवि की टीम मेकेनिकल तकनीक से भवनों को गिराएगी। इसके लिए मजदूरों की मदद ली जाएगी।

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