चाहे जेल जाना पड़े, लेकिन साईं को भगवान नहीं कहूंगा: शंकराचार्य

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चाहे जेल जाना पड़े, लेकिन साईं को भगवान नहीं कहूंगा: शंकराचार्य

साईं को भगवान न मानने पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती पर शिरडी ट्रस्ट की ओर से किए गए मुकदमे पर शंकराचार्य ने कहा है कि चाहे उन्हें गिरफ्तारी देनी पड़े लेकिन वह अदालत की शरण नहीं लेंगे। स्वामी स्वरूपानंद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह केस दर्ज होने के बाद न तो तारीख


चाहे जेल जाना पड़े, लेकिन साईं को भगवान नहीं कहूंगा: शंकराचार्य

चाहे जेल जाना पड़े, लेकिन साईं को भगवान नहीं कहूंगा: शंकराचार्यसाईं को भगवान न मानने पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती पर ‌शिरडी ट्रस्ट की ओर से किए गए मुकदमे पर शंकराचार्य ने कहा है कि चाहे उन्हें गिरफ्तारी देनी पड़े लेकिन वह अदालत की शरण नहीं लेंगे। स्वामी स्वरूपानंद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह केस दर्ज होने के बाद न तो तारीख में जाएंगे और न ही इससे जुड़े किसी मामले में कोर्ट जाएंगे। शंकराचार्य ने कहा कि दुर्भवना के चलते उन पर शिरडी ट्रस्ट द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है।

साईं को भगवान नहीं कहेंगे | शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि उन्हें जेल भी हो जाती है तो भ्‍ाी यही कहेंगे की साईं भगवान नहीं हैं।

साईं शिरडी ट्रस्ट ने दर्ज कराया मुकदमा | 28 जून को साईं को भगवान न मानने के बयान के मामले में शंकराचार्य के खिलाफ शिरडी ट्रस्ट की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। बुधवार को शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने बताया था कि 24 अगस्त 2014 को उज्जैन में हुई धर्म संसद में साईं को भगवान न मानने का प्रस्ताव पारित किया गया था। उस समय धर्म संसद में 13 अखाड़ों के महामंडलेश्वर, चार मठों के शंकराचार्य, काशी विद्या परिषद से जुड़े गणमान्य समेत कई साधु-संत मौजूद थे। लेकिन मुकदमा उनके खिलाफ ही दर्ज किया गया है।

शास्त्रार्थ की चुनौती | वहीं हैदराबाद निवासी एक व्यक्ति की ओर से शंकराचार्य को शास्त्रार्थ के लिए दी चुनौती पर भेजे गए शिष्य को प्रशासन की ओर से रोकने पर शंकराचार्य ने एतराज जताया है। इसके विरोध में बुधवार को उन्होंने अहमदनगर जनपद (महाराष्ट्र) के एसएसपी, शिरडी डिवीजन के एसडीएम, शिरडी ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी को नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद निवासी रमनानंद ने शास्त्रार्थ की चुनौती दी थी। हमने अपना प्रतिनिधि भेजा तो उसे हनुमाननगर में कमरे में बंद कर दिया गया। चारों ओर पुलिस को बैठा दिया गया है। उसे आगे नहीं जाने दिया जा रहा है।

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