उत्तरकाशी - मजदूरों को बाहर निकालने की NDRF ड्रिल पूरी, ऐसे सुरंग से बाहर निकाले जाएंगे

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उत्तरकाशी - मजदूरों को बाहर निकालने की NDRF ड्रिल पूरी, ऐसे सुरंग से बाहर निकाले जाएंगे

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उत्तरकाशी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिक आज बाहर आ सकते हैं। रेस्क्यू का आज 13वां दिन है और माना जा रहा है कि अगले 5-6 घंटे मे फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। 

इस बीच NDRF ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है, जैसे ही पाइप सुरंग के आर पार हो जाएगा, वैसे ही NDRF की टीम सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने में जुट जाएगा। पाइप के रास्ते मजदूरों को बाहर निकालने के लिए पहिए वाले स्ट्रेचर के जरिए रस्सी से उन्हें बाहर एक एक कर खींचा जाएगा, एनडीआरएफ ने इसका डेमो भी कर लिया है।

आपको बता दें कि गुरुवार रातभर ऑगर मशीन का बेस मजबूत करने के लिए काम किया गया। बेस मजबूत होने के बाद ही ड्रिलिंग का दोबारा शुरू हो पाएगी। ऑगर मशीन का बेस हिलने के चलते ड्रिलिंग का काम शुरू नहीं हो पा रहा है। ड्रिलिंग के दौरान कंपन तेज होने से मशीन का बेस हिल गया था। मजदूरों तक पहुंचने के लिए 800 एमएम के स्टील पाइपों से 51 मीटर तक एस्केप टनल तैयार की जा चुकी है। 

सीएम पुष्कर सिंह धामी के सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- सिलक्यारा (उत्तरकाशी) में निर्माणाधीन सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग करने के साथ ही मालती में स्थापित अस्थायी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से सभी सरकारी कामकाज संचालित कर रहा हूँ। बचाव अभियान गतिमान है और जल्द ही सारी बाधाओं को पार कर सभी श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने हेतु हम सभी प्रयासरत हैं।

सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र व राज्य सरकार की 19 एजेंसियां जुटी हैं। चारधाम महामार्ग परियोजना के तहत निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में हादसे के बाद सुरंग निर्माण करवा रही कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस व होमगार्ड्स की टीम सबसे पहले मौके पर पहुंची थी।

लेकिन तकनीकी कारणों के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन लंबा खिंचने पर केंद्र सरकार की अन्य एजेंसियां भी यहां पहुंच गईं। इनमें बीआरओ, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, लार्सन एंड टूब्रो, टीएचडीसी, ओएनजीसी, भारतीय सेना, डीआरडीओ, परिवहन मंत्रालय व कोल इंडिया भी शामिल हुए।

जिनके बीच समन्वय के लिए भारत सरकार के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे, प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल, राज्य सरकार में सचिव नीरज खैरवाल, आपदा सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा, एनएचआईडीसील के एमडी महमूद अहमद, परिवहन मंत्रालय में सचिव अनुराग जैन, उत्तरकाशी डीएम अभिषेक रूहेला व एसपी अर्पण यदुवंशी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें से कई अधिकारी हादसे के बाद से ही सिलक्यारा में ही डेरा डाले हुए थे।

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